पत्नी की बेवफाई को आँखों से देख बर्दाश्त न कर पाया पति और कुल्हाड़ी से पत्नी और उसके आशिक का कर डाला क़त्ल
आदिल अहमद
कानपुर: उरई के सिर्साक्लार थाना क्षेत्र में डबल मर्डर से सनसनी फ़ैल गई। बृहस्पतिवार की देर रात हुवे इस दुहरे हत्याकांड में मृतक महिला और उसके प्रेमी की हत्या का आरोप मृतका के पति पर है। हत्याकांड की मुख्य जड़ अवैध सम्बन्ध बताया जा रहा है। मृतक आरती (30) और छविनाथ (33) वर्ष की हत्या कुल्हाड़ी से गर्दन पर वार करके किया गया है। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी कुँवर सिंह मौके से फरार हो गया है।
घटना के सम्बन्ध में मिली जानकारी के अनुसार सिरसाकलार थाना क्षेत्र के टिकरी गांव निवासी कुंवर सिंह उर्फ ललोल (32) नोएडा में रहकर मजदूरी करता है। जबकि उसकी 30 वर्षीय पत्नी आरती दो बच्चों के साथ गांव स्थित घर पर रहती थी। गुरुवार शाम आरती ने अपने प्रेमी चुर्खी थाना क्षेत्र के टिकावली गांव निवासी छविनाथ उर्फ छक्की (33) को बुला लिया। इसी दौरान अचानक उसका पति कुंवर सिंह नोएडा से वापस आ गया और उसने दोनों को कमरे में एक साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया।
अपनी पत्नी की इस बेवफाई को कुँवर सिंह बर्दाश्त नही कर पाया और उसने घर में रखी कुल्हाड़ी से दोनों की गर्दन पर ताबड़तोड़ हमला कर हत्या कर दी। चीख-पुकार सुन परिजन व पड़ोसी मौके पर पहुंचे तब तक आरोपी मौके से भाग गया। परिजनों ने बताया कि वह करीब चार महीने से नोएडा में था और घर नहीं आया था। लेकिन वह अचानक ही घर पहुंच गया। इसकी पत्नी को कोई जानकारी नहीं थी। बताते हैं कि महिला व उसके प्रेमी का पिछले तीन महीनों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। जानकारी पर पहुंचे मृतका आरती के रामपुरा थाना क्षेत्र के गढ़ा गांव निवासी भाई धर्मेंद्र की तहरीर पर पुलिस ने हत्या की रिपोर्ट दर्जकर ली है।
फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल से साक्ष्य संकलन एकत्रित किए। एसपी डॉ0 दुर्गेश कुमार ने बताया कि प्रेम प्रसंग के चलते आरोपी ने दोनों की हत्या की है। रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी को हिरासत में लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। चुर्खी थाना क्षेत्र के टिकावली गांव निवासी छविनाथ की भतीजी रागिनी देवी टिकरी गांव के ही निवासी झाम सिंह से ब्याही थी। छविनाथ की शादी नहीं हुई थी। इससे वह अक्सर टिकरी गांव में अपनी भतीजी व दामाद के यहां आता जाता रहता था। ग्रामीणों की मानें तो पिछले चार माह से वह टिकरी गांव में ही रहने लगा था।
इसी बीच भतीजी के घर आरती के आने-जाने से उसकी दोस्ती आरती से हो गई थी। आरती का पति कुंवर सिंह चार माह से नोएडा में था। आरती दो बच्चों के साथ गांव में ही रहती थी। इससे प्रेम संबंध कायम होने पर वह मौके का फायदा उठाकर अक्सर आरती के घर आता-जाता रहता था। उसकी फोन पर भी खूब बातें होती थीं। कुंवर सिंह को भी इस बात की जानकारी हो गई थी। इस पर वह कई बार आरती को मना भी कर चुका था। लेकिन आरती मानने को तैयार नहीं थी। इसलिए कुंवर सिंह ने अचानक आने की योजना बनाई और वह गुरुवार की शाम अचानक घर पहुंचा। जहां आरती अपने प्रेमी छविनाथ के साथ आपत्तिजनक हालत में थी।
चुर्खी थाना क्षेत्र के टिकावली गांव छविनाथ छह भाइयों में सबसे छोटा था। उसकी शादी नहीं हुई थी। इससे अपने हिस्से में पड़ने वाली कुछ जमीन उसने बेच दी थी और वह चार माह से टिकरी गांव में अपनी भतीजी के पास रह रहा था। वह शराब पीने का लती था। इससे वह दूसरे मोहल्ले के लोगों के संपर्क में आ गया। तभी उसकी मुलाकात भतीजी और कुछ लोगों के माध्यम से आरती से हुई तो आरती उसके पैसों की चमक से पिघल गई और वह उसके प्रेम करने लगी। पति के न होने पर वह अक्सर उसे अपने घर बुलाने लगी थी।