आगरा में औरंगजेब हवेली तोड़ रहा था बिल्डर, आवाम की शिकायत पर डीएम ने लगाया तोड़फोड़ पर रोक, कहा ‘यथास्थिति कायम रहे’
ईदुल अमीन
डेस्क: आगरा में 17वीं शताब्दी में बनी मुगलकालीन इमारत ‘मुबारक मंजिल’ जिसको औरंगजेब हवेली के नाम से जाना जाता है को 70 फीसद तोड़े जाने के बाद मामले में अब संज्ञान लेते हुवे जिलाधिकारी ने यथास्थिति बरक़रार रखने का आदेश पारित किया है। इस ऐतिहासिक इमारत को लेकर स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया था कि एक बिल्डर ने पुलिस और प्रशासन की मिलीभगत से इसे तोड़ना शुरू कर दिया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सितंबर, 2024 में राज्य पुरातत्व विभाग ने इस साइट को संरक्षित स्मारक घोषित करने के लिए एक नोटिफिकेशन जारी किया था। इसके लिए दो हफ्ते पहले ही लखनऊ के अधिकारियों ने दौरा भी किया था। लेकिन उनके दौरे के तुरंत बाद ही इस इमारत को ध्वस्त करने का काम शुरू कर दिया गया। इसके बाद स्थानीय लोगों ने इस मामले की शिकायत दर्ज कराई।
लेकिन इमारत का 70 फीसदी हिस्सा ध्वस्त किए जाने के बाद प्रशासन हरकत में आया। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि एक बिल्डर ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की मिलीभगत से इमारत को तोड़ने का अभियान शुरू किया। और साइट से 100 ट्रैक्टर से अधिक मलबा हटाया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स कहती है कि जानकारी मिलते ही एसडीएम सचिन राजपूत के साथ पुरातत्व विभाग की टीम और पुलिस मौके पर पहुंची। आगरा के डीएम अरविंद मलप्पा बांगरी ने जानकारी देते हुए बताया कि जांच चल रही है। जल्द ही जांच की रिपोर्ट पेश की जाएगी। साथ ही प्रॉपर्टी को लेकर किए जा रहे दावे की जांच भी की जाएगी। फिलहाल उन्होंने इमारत की सरंचना की यथास्थिति बरकरार रखने का आदेश दिया है।