हमास ने किया 4 इसराइली बंधको को रिहा, रेड क्रॉस ने किया रिहाई की पुष्टि
आदिल अहमद
डेस्क: हमास ने इसराइल के चार बंधकों को रेड क्रॉस को सौंप दिया है। ये चारों महिलाएं हैं। फ़लस्तीनी वाहन से उतरने के बाद इन महिलाओं को मंच पर लाया गया। हमास ने बताया है कि ये चारों इसराइली सैनिक हैं, जिनके नाम करीना एरिएव, डेनिएला गिल्बोओ, लेवी और लिरी अल्बाग है।
बंधकों की रिहाई के बाद तेल अवीव में खुशी का माहौल दिखा। यहां परिजन अपनों की वापसी के इंतज़ार में घंटों से खड़े थे। इसराइली मीडिया में आई रिपोर्टों के अनुसार बंधकों के परिवार अपनों के स्वागत के लिए ग़ज़ा बॉर्डर पर इंतज़ार कर रहे हैं। सीमा पर पहुंचने के बाद बंधकों को इसराइली वायु सेना ले जाएगी। सीमा पर बंधकों के लिए एक हेलीकॉप्टर पहले से तैयार है।
इसराइली डिफ़ेंस फ़ोर्सेज़ ने चार बंधकों को हमास द्वारा रेड क्रॉस को सौंपे जाने की पुष्टि कर दी है। बंधकों को कुछ ही देर में इसराइल भेज दिया जाएगा। आईडीएफ़ ने एक्स पर पोस्ट में लिखा है, ‘रेड क्रॉस संस्था ने बताया है कि चार इसराइली बंधकों को उनके हवाले किया जा चुका है और ये लोग अब ग़ज़ा पट्टी में इसराइली सेना की ओर बढ़ रहे हैं।’ इसराइल हमास के साथ हुए समझौते के तहत इसके बदले फ़लस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा।
पिछले रविवार से लागू हुए ग़ज़ा युद्धविराम समझौते के तहत ये दूसरा मौक़ा है, जब बंधकों और क़ैदियों की अदला-बदली की जाएगी। पहली अदला-बदली के दौरान हमास ने 90 फ़लस्तीनी क़ैदियों के बदले तीन बंधकों को रिहा किया था। सात अक्तूबर 2023 को हमास की ओर से इसराइल पर हमला किया गया था, जिसमें 1200 इसराइली लोगों की मौत हुई थी। इस हमले में हमास की ओर से 251 इसराइली लोगों को बंधक बनाया गया था। हमास के हमले के बाद इसराइल की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई में हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 47,200 फ़लस्तीनियों की मौत हुई है।