भाजपा कांग्रेस के बाद बसपा भी कूदी पोस्टर वार में
हाथरस. यूपी विधानसभा चुनाव से एक साल पहले ही प्रदेश में विवादित होर्डिंग्स-पोस्टर से माहौल गर्म हो गया है। ताजा मामला हाथरस के सादाबाद थानाक्षेत्र का है। रविवार देर रात यहां निकाली गई बीआर अंबेडकर की शोभायात्रा में मायावती की एक आपत्तिजनक पोस्टर दिखाया गया। पोस्टर में दिखाया गया है कि मायावती मां काली हैं और उन्होंने अपने हाथों में स्मृति ईरानी का सिर ले रखी हैं। इसके अलावा मोहन भागवत उनके पैर के नीचे दबे हैं और मोदी हाथ जोड़कर माफी मांग रहे हैं। बीजेपी कार्यकर्ताओं के विरोध के बाद हटाया गया पोस्टर…
-कस्बा सादाबाद के गांव नगला केसरी से डॉ. भीमराव अंबेडकर की परंपरागत शोभायात्रा रविवार रात करीब साढ़े 8 बजे आरंभ हुई।
-शोभायात्रा के अध्यक्ष नवयुवक संघ के अध्यक्ष ब्रजमोहन लेखक थे और उद्घाटन पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे रामजीलाल सुमन ने किया था।
-प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, देर रात शोभायात्रा नदीपुल पर पहुंची।
-इस दौरान अचानक एसओ महेशचंद्र की नजर इस आपत्तिजनक झांकी पर पड़ गई।
-झांकी के पोस्टर में मां काली के रूप में मायावती का फोटो था और उनके हाथ में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का कटा हुआ सिर लगा था।
-इसके अलावा पीएम मोदी और आरएसएस चीफ मोहनभागवत आदि को असुर के रूप में दिखा गया था।
-यह देखते ही पुलिस अधिकारियों में पूरी तरह से हड़कंप मच गया।
एसओ ने हटवाया पोस्टर
-मौके पर पहुंचे एसओ ने जब सख्ती दिखाई तो शोभायत्रा में शामिल कुछ युवकों ने विरोध जताया।
-इसकी सूचना मिलते ही सीओ नरेंद्र देव मौके पर पहुंचे और इस पर कड़ी आपत्ति जताई।
-इसके बाद पुलिस बल के साथ तत्काल पोस्टर को झांकी की शोभायात्रा से हटा दिया गया।
-सूत्रों की मानें तो पोस्टर को भी फाड़ दिया गया।