राजस्थान-चिकित्सा मंत्री के मौखिक आदेशो से मची खलबली, महिला चिकित्सालय बन्द होने का अंदेशा
- चिकित्सीय सुविधाओ से वंचित है अस्पताल
अब्दुल रज़्ज़ाक थोई।
सीकर कुछ दिनों पूर्व कांवट कस्बे के नवनिर्मित सीएचसी भवन के उदघाटन समारोह में शिरकत करने आये चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड़ के कथित भाषण की गफलत से ग्रामीणों को महिला चिकित्सालय के बन्द होने की चिन्ता सता रही है। पीएचसी कांवट को कर्मोन्नति के बाद नवनिर्मित भवन बनने व उद्धघाटन के इन्तजार में महिला चिकित्सालय में स्थानांतरित किया गया था।स्थानातरण से पूर्व महिला चिकित्सालय में एक डॉक्टर,एक मेल नर्स और एक वार्डबॉय की सेवाएं सुचारू थी।लेकिन नवनिर्मित भवन के उद्धघाटन के दिन चिकित्सा मंत्री राठौड़ ने आदेशात्मक भाषण देते हुए महिला चिकित्सालय में तैनात समूचे स्टाफ को सीएचसी कांवट के नवनिर्मित भवन में अतिशीघ्र स्थानांतरित करने का सीएमएचओ सीकर को गफलती आदेश दे दिया।चिकित्सालय की व्यवस्था से अनजान चिकित्सा मंत्री को ये भी पता नहीं था। की दोनों चिकित्सालय पूर्व से ही अलग-अलग है सीएचसी भवन का जब निर्माण का काम चल रहा था ।तो यह गाँव के ही दूसरे चिकित्सालय भवन में शिफ्ट किया गया था। ग्रामीणों के लिए अब चिंता का विषय बन गया। कांवट कस्बे के भाजपा इकाई नेता बुद्धिप्रकाश जोशी ने बताया की त्रिवेणी धाम के संत श्री नारायणदास जी महाराज के सहयोग से पिछली भाजपा सरकार में पूर्व चिकित्सा मंत्री दिगम्बर सिंह द्वारा कांवट कस्बे में महिला चिकित्सालय का लोकार्पण किया गया था।तब से यह चिकित्सालय सुचारू रूप से संचालित है।लेकिन नये सीएचसी भवन के यहाँ स्थान्तरित होने के बाद और सीएचसी का पुनः नवनिर्मित भवन में स्थानान्तरण होने से इस चिकित्सालय की क्षचिकित्सीय व्यवस्था चरमरा गयी है।इस चिकित्सालय में फिलहाल एक डॉक्टर ही कार्यरत है।अस्पताल में ना तो कोई दवाइयो की व्यवस्था है और ना ही किसी चिकित्सीय उपकरण की।ऐसे में आने वाले मरीज भी चिकित्सीय सुविधाओ के अभाव में मानसिक प्रताड़ना का शिकार हो रहे है। नारायण दास जी महाराज के दिशा-निर्देश व दानदाताओ के सहयोग से बने इस महिला चिकित्सालय के बन्द होने पर यह असामाजिक तत्वों का अड्डा बन सकता हे ।आगामी समय में एक डॉक्टर के भरोसे व बिना चिकित्सीय सुविधाओ के इस अस्पताल को सुचारू रखना सम्भव ही नही असंभव हे।अस्पताल में महिला चिकित्सक सहित नर्सिंग स्टाफ बढ़ाने,निशुल्क दवा वितरण केंद्र खोलने व चिकित्सीय सुविधाये बढ़ाने को लेकर प्रबुद्ध नागरिको द्वारा चिकित्सा मंत्री के नाम ज्ञापन भी भेजा गया है l
आयुष भवन महिला चिकित्सालय में शिफ्ट करने की मांग
कांवट कस्बे के आयुष भवन को महिला चिकित्सालय में शिफ्ट करने की माँग ग्रामीणों के द्वारा की जा रही हे । महिला चिकित्सालय में महज एक डॉक्टर होने से कई बार अस्पताल बन्द भी रहता है।कारण ये है की किसी कारण वश कार्यरत डॉक्टर कही काम से जाता है।तो चिकित्सालय को ताला ही लगाना पड़ता है।ऐसे में आने वाले मरीजो को कई मर्तबा निराश ही जाना पड़ता है।इस भवन में आयुष भवन के शिफ्ट होने से अस्पताल के बन्द रहने की समस्या से निजात पाया जा सकता है।