मुहर्रम के अवसर पर शहर भर से होकर निकाला गया मातम का जुलूस
रविशंकर/रामपुर
रामपुर के खोद पर हर साल ताजिय आते हैं, जिसमें हजरत मुहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन की शहादत को लेकर मनाये जाने वाले मुहर्रम के अवसर पर रामपुर में शिया और सुन्नी समुदाय के लोगो ने शहर में ताज़िये निकाले और नारे हैदरी कहते हुए कर्बला के तरफ कूच किया वही कर्बला में शहीद हुए हजरत इमाम हुसैन और उनके बहत्तर साथियों को याद कर जुलूस निकाल कर याद किया और इमाम हुसैन व् उनके साथियों की कुर्बानी को याद कर मातम किया।
अलम का जुलुस नगर के अलग अलग जगहों से शुरू हुआ और कर्बला पंहुचा । जहाँ मातमगीरों ने इमाम हुसैन की शहादत को याद कर मातम किया और इमाम हुसैन व् अली अकबर के नारे लगाए। मुहर्रम की दस तारिख को कूफ़ा में शहीद हुए नबी के नवासों ने उम्मत के लिए अपनी जान दे दी लेकिन गलत का साथ नहीं दिया । और दुनिया को यह पैगाम दिया के हमेशा सच का साथ देना।इस मौके पर शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस प्रशासन के पुख्ता इंतज़ामात थे।