2017 विधानसभा चुनाव – जारी है ज़ुबानी जंग सभी पार्टियों की. जाने किसने किसको क्या कहा
जावेद अंसारी
सपा में घमासान के बीच पार्टी चुनाव निशान साइकिल पर दावेदारी के लिए अखिलेश खेमे मूलायम खेमे में जंग छीड़ी हुई है इन सबके चलते एक बार फिर पार्टियों के चुनाव चिह्न का मसला सुर्खियों का सबब बन गया है इस पृष्ठभूमि में यदि देखा जाए तो एक चुनाव निशान ऐसा भी है जो आजादी के बाद पहले आम चुनाव से लेकर आज तक किसी ना किसी रूप में किसी सियासी दल के पास मौजूद रहा है, यह चुनाव चिह्न हाथी है जो की 1952 से लेकर अब तक किसी ना किसी पार्टी का चुनाव निशान रहा है 1984 में इसको बहुजन समाज पार्टी बसपा ने अपनाया तबसे ये इस दल का निशान है,
बसपा सुप्रीमो मायावती लगभग प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के एकमात्र मजबूत मजबूत विरोधी के तौर पर पेश करती है इनमें वह मुसलमानों से कहती है कि संप्रदायिक शक्तियों को रोकने के लिए मुस्लिम कौम सपा और कांग्रेस को वोट देकर उसे बेकार करने के बजाय बसपा को एकजुट होकर वोट करें, बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि बसपा ने प्रदेश विधानसभा की सभी 403 सीटों पर प्रत्याशी तय कर लिए है उनमें से 87 टिकट दलितों को 97 टिकट मुसलमानों को और 106 सीटें अन्य पिछड़ा वर्ग से ताल्लुक रखने वाले उम्मीदवारों को दिए गये है,
वही अमीत शाह ने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया मेरे अपने सभी कार्यकताओं से अपील है कि पूरे आत्मविश्वास के साथ जनता के बीच में जाएं क्यूँकि जनता का विश्वास सिर्फ भाजपा के साथ है, जो लोग और राजनीतिक पार्टी नोटबंदी का विरोध कर रहे है वो हकीकत में कालेधन के समर्थन में खड़े है और जनता ऐसे लोगों को चिन्हित कर चुकी है, सिर्फ राष्ट्रहित की बात करना देशभक्ति नही उसके लिए ऐसे कठोर फैसले लेने पड़ते है जिससे देश को लाभ हो, जो मोदी जी जैसे नेतृत्व से ही संभव है,वही दुसरी ओर बहुजन समाज पार्टी बसपा ने अमीत शाह पर ट्विटर वार करते हुए ट्वीट किया, जो अपने बाप का नही हुआ वो क्या भला करेगा जानता का, चार महीने से जनता का बूरा हाल कर रखा है, पचास दिनों बाद भी बैंक वाले नही दे पा रहे है पैसे अब तो हद हो गए है मोदी जी आप अपने वादे के अनुसार चौराहा पे आ जाओ, एक ट्वीट में बसपा ने बगैर नाम लिए केशव आरोप लगाते हुए कहा यूपी में गुंडाराज की बात करने वाली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के उपर हत्या सहित दर्जनों मुकदमें है दर्ज, देखे ये रिपोर्ट, यूपी चुनाव 2017 में सपा में फुट के बाद प्रदेश का अल्पसंख्यक समुदाय (20%) का रूझान बसपा ओर बढ़ गया है, वही बसपा के राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज ने एक ट्वीट करते हुए सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव पर गरजते हुए कहा कि मुलायम सिंह यादव ने कोई राजनीतिक दल नही छोड़ा जिसे चुना न लगाया हो, वही दुसरी ओर बसपा के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दिकी ने ट्वीट करते हुए कहा सपा को वोट देकर बीजेपी को मजबूत न करें, *कुल मिलाकर* अब देखना ये है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में बसपा क्या रंग लाती है।