अमिताभ ठाकुर और नूतन ठाकुर हुई अदालत में पेश.
उत्तर प्रदेश पुलिस के आईजी अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी एवं समाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर एक परिवाद के सिलसिले अपने अधिवक्ता नजर अब्बास के माध्यम से कोर्ट में पेश हुए उन पर यह परिवाद डेढ़ साल पहले फ़ोन पर धमकी देने के सिलसिले में बर्खास्त सिपाही की ओर से दर्ज कराया गया था।
उत्तर प्रदेश पुलिस के आई•जी• अमिताभ ठाकुर ने अदालत मे उनके खिलाफ रामपुर की अदालत में दायर एक परिवाद के सिलसिले में कहा कि उनके और उनकी पत्नी व समाज सेवी नूतन ठाकुर के विरुद्ध लगभग डेढ़ साल पहले बर्खास्त सिपाही मोहम्मद रफ़ी ने खुद को धमकाये जाने को लेकर परिवाद दायर किया था वह और उनकी पत्नी इस परिवाद के सिलसिले में अपने अधिवक्ता नज़र अब्बास के माध्यम से जवाब देने आये हैं। समाज सेवी नूतन ठाकुर का कहना था कि मोहम्मद रफ़ी ने एक मुक़दमे के सिलसिले में फ़ोन पर धमकाने का आरोप लगाते हुए रामपुर की अदालत में एक परिवाद दायर किया था जिसको लगभग डेढ़ साल बीत गया है यह परिवाद पूरी तरह फ़र्ज़ी है उन्होंने अधिवक्ता के माध्य्म से जल्द निपटारे की प्रार्थना की है ।
ठाकुर दंपत्ति के अधिवक्ता नज़र अब्बास का कहना है कि आईपीएस अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी नूतन ठाकुर के विरुद्ध बर्खास्त सिपाही मोहम्मद रफ़ी ने धमकाने का आरोप लगाते हुए एक झूठा व फ़र्ज़ी परिवाद दायर किया गया है उनके द्वारा ठाकुर दम्पत्ति के विरुद्ध दायर परिवाद पर अतिशीघ्र संज्ञान लेकर निस्तारण किये जाने की मांग की गई है।