बियर की दुकान ने गरमाई भरवारी की राजनीति
इलाहाबाद – कौशाम्बी ही नहीं इलाहाबाद में भी चर्चा का विषय बने विधायक संजय गुप्ता एक बार फिर बियर की दुकान को लेकर लोगों की निगाह में आ गए हैं। भरवारी में बियर की दुकान आबकारी विभाग ने बंद करा दी थी। दुकान बंद होने के सात दिन बाद ही न्यायालय के आदेश से दुकान खोल दी गई। इस मामले में ठेकेदार ने विधायक संजय गुप्ता व एक मंत्री पर जबरन दुकान बंद कराने व उत्पीड़न कराने का आरोप प्रेस वार्ता कर लगाया है।
भरवारी कसबे के जगदीश शिवहरे की रेलवे फाटक के समीप बियर की दुकान है। यह दुकान उनके पास कई सालों से है। बताया जा रहा है कि इसी बियर शॉप से सटी हुयी अग्रेजी शराब की भी दूकान खुली है | लेकिन 24 मई को केवल बियर की दुकान आबकारी अधिकारी वीपी मानिक ने नोटिस देकर बंद करा दी । दुकान बंद कराने का कारण पूछने पर आबकारी अधिकारी ने ठेकेदार को कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया । ठेकेदार ने इस आबकारी की इस कार्रवाई को हाई कोर्ट में चुनौती दी। नतीजतन 31 मई को अदालत के आदेश पर दुकान खोल दी गई। इसकी जानकारी होते ही दोबारा आबकारी अधिकारी वहां पहुंचे। मगर हाई कोर्ट का आदेश देख वह लौट गए।
आबकारी अधिकारी के उत्पीडन से परेशान ठेकेदार जगदीश शिवहरे ने आरोप लगाया कि वह भरवारी नगर पंचायत से अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। चायल के भाजपा विधायक संजय गुप्ता ने यह मान लिया है कि वह चुनाव जीत जाएंगे। इसलिए उन्होंने उनको परेशान करने के लिए दुकान बंद कराई। इसके अलावा झूठा आरोप लगाकर उनका निर्माण कार्य बाधित कराया। कहा यदि आबकारी विभाग को दुकान ही बंद करानी थी तो दस कदम की दूरी पर अंग्रेजी शराब व रेलवे फाटक के पार देशी शराब की दुकानें हैं उन्हें क्यों नहीं बंद कराया गया। जदगीश शिवहरे का यह भी कहना है कि उनको फर्जी मामले में विधायक के साथ ही एक मंत्री फंसाने की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने जमीन संबंधी विवाद के प्रतिवादी को मोहरा बना रखा है। ठेकेदार ने जानमाल की सुरक्षा की गुहार अधिकारियों से लगाई है।