परिजनों का आरोप चिकित्सक के लापरवाही से गई प्रसूता की जान, एसडीएम ने कहा होगी जांच
हरिशंकर सोनी
सुलतानपुर. जनपद के कादीपुर तहसील के अंतर्गत अलदेमऊ नूरपुर का ताजा मामला है प्रकाश में आया है जिसमे पीड़ित ने आरोप लगाया है कि बचाने वाले डाक्टरों ने ही ले ली महिला की जान. एक तरफ जहा धरती पर भगवान का दूसरा रूप कहे जाने वाले डॉक्टरो की भयंकर लापरवाही सामने आयी है. इस लापरवाही के चलते एक छब्बिस वर्षीया महिला को अपनी जान देकर किमत चुकानी पडी़, घटना के सम्बन्ध में परिजनों का आरोप है कि चिकित्सको की लापरवाही के चलते आपरेशन के दौरान महिला की हालत काफी गम्भीर हो गयी और आपरेशन के ही दौरान ही महिला को अत्याधिक ब्लिडिग होने के कारण उसकी मृत्यु हो गई. मरीज की मौत के बाद गुस्साये परिजन डॉक्टरो पर कारवाई की मॉग कर रहे है.
घटना के सम्बन्ध में प्राप्त जानकारी के अनुसार कादीपुर क्षेत्र के अल्देमऊ नूरपुर में स्थित एक निजी नर्सिग होम लालमनि हास्पिटल में गुरूवार के दोपहर एक महिला गुंजन (24 वर्ष) को प्रसव पीड़ा होने पर यहाँ परिजन लाये थे. परिजनों का आरोप है कि शहर के इस प्रतिष्ठित नर्सिग होम के संचालक डाक्टर आनन्द सिह ने उनसे कहाकि बगैर आपरेशन के पैदाइश सम्भव नही है और आपरेशन के लिए पैसे जमा करने को कहा. परिजनों ने आपरेशन के बताये गए फीस को जमा कर दिया, और पैसे जमा करने के बाद ही प्रसूता के आपरेशन की व्यवस्था की गयी. लगभग घंटे भर के आपरेशन के बाद गुजंन ने एक बच्चे का जन्म दिया. परिजनों का आरोप है कि आपरेशन के दौरान बरती गयी लापरवाही के कारण महिला आपरेशन के दौरान ही महिला की हालत गम्भीर हो गयी. आरोपो के अनुसार आपरेशन के दौरान बरती गयी लापरवाही के काऱण महिला का नस कट जाने की वजह से अत्याधिक ब्लीडिग होने पर मरीज़ की हालत चिंताजनक हो गई.
परिजनों का कहना है कि मरीज़ की बिगडती हालत देखकर उन्होंने नर्सिंग होम संचालक से मरीज़ को अन्यंत्र कही रीफर करने को भी कहा लेकिन डाक्टर ने एक न सुनी और मरीज़ को रेफर करने से मना कर.दिया. इस दौरान रात दस बजे जब हालत बिगडने लगे तो डॉक्टरो को लगा की महिला की जान बचाना मुश्किल है तो महिला की जान बचाने मे असमर्थ डॉक्टरो ने मरीज़ को लखनऊ रेफर कर दिया. मरीज़ को लखनऊ ले जाते समय रास्ते मे ही एम्बुलेस मे हुयी महिला की मौत हो गई. इसके बाद परिजनो ने डाक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुवे प्रशासन से नरसिंह होम के खिलाफ कारवाई की मॉग की
इस संमबन्ध मे नर्सिग होम संचालक डाक्टर आनन्द सिह से जब हमने बात की तो उन्होंने कहा कि आरोप निराधार है. उन्होने कहा की उनके हास्पिटल मे ऐसी कोई महिला का इलाज ही नही हुआ है किसी ने अगर ऐसा आरोप लगाया है तो वह आरोप निराधार है. इस मामले मे एसडीएम सदर प्रमोद पाण्डेय से बात की गयी तो उन्होंने कहा की मामला अत्यंत संवेदनशील है और ये जाच का विषय है. अगर परिजनो ने आरोप लगाया है तो निश्चित ही कारवाई होगी