भागलपुर अधिवक्ता हत्याकांड में पांच संदिग्धों से पूछताछ
गोपाल जी.
अधिवक्ता मजहरूल हक उर्फ आरजू हत्याकांड के आरोप में एसआईटी ने गुरुवार रात राजू खान समेत पांच संदिग्ध आरोपियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। शुक्रवार को सिटी डीएसपी और एसआईटी की टीम ने संदिग्धों से पूछताछ की। दो लोगों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है लेकिन तीन लोगों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस के एक टीम को छापेमारी के लिए बाहर भेजा जा रहा है।
मंगलवार शाम को राजू खान नामक व्यक्ति ने अधिवक्ता मजहरूल हक से बातचीत की थी। कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया। लेकिन जांच में अभी तक कोई साक्ष्य नहीं मिला है। एसआईटी का कहना है कि राजू खान हबीबपुर निवासी हैं और सउदी अरब में काम करते हैं। बकरीद के मौके पर घर आए थे। एक व्यक्ति के जमानत को लेकर उन्होंने अधिवक्ता से बातचीत की थी। हबीबपुर पुलिस ने राजू खान के एक परिचित को शराब के साथ गिरफ्तार किया था। शुक्रवार को ही वह सउदी अरब लौटने वाले थे लेकिन पुलिस ने उसे रोक लिया है। अधिवक्ता के परिवार ने भी राजू खान को निर्दोष बताया है। उसके बाद एसआईटी ने राजू खान को छोड़ दिया है।
इसके अलावा तातारपुर से मो. जैनुल और हबीबपुर के मो. सरफराज समेत चार अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है। एसआईटी का कहना है कि पूछताछ में अभी कोई सुराग नहीं मिला है। संदिग्ध आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अभी छापेमारी चल रही है। पाकुड़ के एक व्यक्ति को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। इधर, डीएसपी ने तिलकामांझी थाने पर अधिवक्ता के भाई और बहनोई से घटना के संबंध में जानकारी ली। दोनों लोगों का कहना था कि हमलोग तो बाहर रहते हैं इसलिए घटना के बारे में कोई विशेष जानकारी नहीं है।
सीसीटीवी फुटेज की एसआईटी कर रही जांच
भागलपुर। विक्रमशिला पुल पर लगे सीसीटीवी फुटेज की पुलिस जांच कर रही है। मंगलवार शाम से बुधवार सुबह के बीच का रिकार्ड का सीडी तैयार किया जा रहा है। तिलकामांझी और कचहरी चौक के पास लगे सीसीटीवी में कुछ नहीं मिला है। एसआईटी का कहना है कि मंगलवार दोपहर ढाई बजे शाम साढ़े सात बजे तक बिजली कटी रहने से सीसीटीवी कैमरा बंद था। इसलिए सर्विलांस में कुछ नहीं मिला है।
पुलिस अधिकारी का कहना है कि मंगलवार शाम पांच बजे से अगले दिन सुबह पांच बजे के बीच हजारों गाड़ियों का परिचालन हुआ है। जांच की जा रही है कि उस दिन कौन-कौन से चारपहिया वाहन जीरो माइल से नवगछिया की ओर गए और वापस लौटे। अधिवक्ता को अपहरण के बाद जिंदा या मुर्दा हालत में चारपहिया वाहन से ही कटिहार ले जाया गया है। इसके अलावा तिलकामांझी और कचहरी चौक के आसपास लगे प्राइवेट सीसीटीवी कैमरे की भी जांच की जा रही है। विक्रमशिला पुल पर लगे सीसीटीवी कैमरे की एक से दो दिनों में जांच पूरी कर ली जाएगी।
भाई को संघ की ओर से दिया गया एक लाख का चेक
भागलपुर। अधिवक्ता मजहरूल हक की मौत को लेकर शुक्रवार को डीबीए प्रशाल में शोकसभा आयोजित की गई। सभा की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र मंडल ने की। महासचिव संजय कुमार मोदी ने कहा कि अधिवक्ता मजहरूल हक मिलनसार व बेबाक छवि वाले इंसान थे। सामाजिक कार्य में उनकी गहरी अभिरूचि थी। वे ईमानदार छवि वाले अधिवक्ता थे।
डीबीए ने उन्हें संघ की ओर से आरटीआई कार्यकर्ता के रूप में नियुक्त किया था। साल 2006 से वह वकालत के पेशे में थे। उनकी मौत से अधिवक्ताओं को काफी धक्का लगा है। शोकसभा के बाद महासचिव ने अधिवक्ता के भाई को संघ की ओर से एक लाख रुपए की सहायता राशि का चेक दिया। चेक अधिवक्ता की पत्नी के नाम से है। शोकसभा के दौरान मृतक की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। इस मौके पर अधिवक्ता मो. इस्माइल खां, सारिक मंजूर, जयकरण गुप्ता, नभय चौधरी, सुनीता कुमारी, अजय मिश्रा, ओमप्रकाश तिवारी, संजय सिंह और कपिल कुमार समेत अन्य अधिवक्ता उपस्थित थे।