डायन के आरोप में घर में लगाई आग, दो जिंदा जले

गोपाल जी,
भागलपुर के नवगछिया में डायन का आरोप लगाते हुए दबंगों ने एक घर में आग लगा दी। घर के अंदर सो रहे दादा और पोते जिंदा जल गए वहीं महिला बच गई। घटना नवगछिया के श्रीपुर में शुक्रवार की रात की है। हादसे में दादा चन्द्र देव सिंह (55 वर्ष) और पोता संजीत कुमार पिता अमृत सिंह जिंदा जल गए। आग की लपटें इतनी तेज थी कि पल भर में दादा-पोता 85 फीसदी जल गए। आग में मच्छरदानी, बिछावन और तकिया जलकर राख हो गया। आसपास के लोगों ने बालू डालकर आग को बुझाया। घटना की सूचना पर नवगछिया पुलिस ने घायलों को अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया। दादा-पोता का शरीर बुरी तरह झुलस गया था। अस्पताल में इलाज के बाद गंभीर अवस्था में दोनों को मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया गया। मायागंज में पोता संजीत की मौत हो गई, जबकि दादा की हालत नाजुक बताई जा रही है।
बाल-बाल बची महिला
दबंगों ने जिस महिला को जिंदा जलाने के लिए आग लगायी थी वह बाल-बाल बच गयी। दरवाजे पर रोजाना चन्द्रदेव के साथ उसकी पत्नी सोती थी। उस दिन संजीत का मामा अमित आया था। इस वजह से दादा-पोता के साथ अमित वहां सोया था। रात में सभी लोग चादर ओढ़कर सो रहे थे। कई दिनों से मौके की तलाश में रहे दबंगों ने केरोसिन के बोतल को फेंक कर आग लगा दी।
एसडीपीओ ने की लोगों से पूछताछ
घटना की सूचना के बाद एसडीपीओ मुकुल कुमार रंजन और इंस्पेक्टर संजय कुमार सुधांशु घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की छानबीन की। पुलिस ने घटनास्थल से केरोसिन तेल की बोतल बरामद की। ऊपर बिजली जल रही थी और बगल में केरोसिन की बोतल भी टंगी थी। एसडीपीओ ने मिस्त्री से भी जानकारी ली तो मिस्त्री ने कहा कि बिजली से कुछ नहीं हुआ है। उन्होंने आसपास की महिलाओं से भी पूछताछ की लेकिन सबने घटना के कारणों के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं होने की बात बताई। एसडीपीओ ने चचेरे भाई चतुर्भुज की पत्नी से भी पूछताछ की। उसने कहा कि पीड़ित परिवार मजदूरी कर अपना भरण-पोषण करता है।

हमारी निष्पक्ष पत्रकारिता को कॉर्पोरेट के दबाव से मुक्त रखने के लिए आप आर्थिक सहयोग यदि करना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें


Welcome to the emerging digital Banaras First : Omni Chanel-E Commerce Sale पापा हैं तो होइए जायेगा..

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *