ये कैसा प्यार, नफीसा को रिंकी बना कर किया शादी और फिर निकाल दिया मार पीट कर घर से
मजहब और जाति की दीवार तोड़कर प्रेम विवाह करने वाली बिहार की एक युवती आज अपनी जान बचाने के लिए थाने में रहने को मजबूर है। युवती का नाम नफीसा उर्फ रिंकी है जो पिछले चार दिनों से थाने में रह रही है। रिंकी को शायद ही पता था कि शादी के बाद वह बीच मझधार में फंसने वाली है। आज वक्त कुछ ऐसा है कि ना तो उसको मायके वाले अपनाने को तैयार हैं और ना ही उसके ससुराल वाले। यहां तक कि प्यार की बड़ी-बड़ी बाते करने वाला उसका पति भी उसको छोड़कर फरार हो गया है।
मामला बिहार के सीतामढ़ी के बैरगनिया का है, जहां की रहने वाली नफीसा उर्फ रिंकी न्याय के लिए पुलिस प्रशासन के सामने भीख मांग रही है। अपनी जान बचाने के लिए रिंकी पिछले 4 दिनों से सीतामढ़ी के बैरगनिया थाने में ही रह रही है। आलम है कि ये उसके ससुराल वाले उसके जान के दुश्मन बन चुके हैं। बता दें कि चार साल पहले नफीसा ने बैरगनिया के ही रोहित जयसवाल से शादी की थी। घर से भागकर नफीसा और रोहित दिल्ली पहुंचे,जहां नफीसा ने अपना पहले तो धर्म परिवर्तन किया फिर वह नफीसा से रिंकी बन गई। फिर दोनों आर्य समाज विधि से शादी के बंधन मे बंध गए।
लेकिन बदनसीबी ने रिंकी का साथ कभी नहीं छोड़ा वह दिल्ली में तीन बार मां बनीं लेकिन उसके पति ने उसका गर्भपात करा दिया। 4 साल तक तो सब कुछ ठीक ठाक चला। घर से बुलावा आने पर दोनों सीतामढ़ी के बैरगनिया पहुंचे। ससुराल पहुंचते ही रिंकी के ऊपर यातनाओं का दौर शुरु हो गया। रिंकी के साथ उसके सुसराल वालों ने बेरहमी से पिटाई की और फिर उसको अपने घर से बाहर निकाल दिया। इस बीच रिंकी का पति रोहित भी मौके से फरार हो गया।
गंभीर रुप से घायल रिंकी को पहले तो इलाज के लिये बैरगनिया पीएचसी मे भर्ती कराया गया. रिंकी के शरीर पर जख्म को देखकर साफ पता चलता है कि ससुराल वालों ने कितना जुल्म बरपाया है। सुसराल वाले उसे किसी भी कीमत पर अपनाने को तैयार नहीं हैं, जबकि रिंकी के मां-बाप समाजिक बंधनों की वजह से उसको अपने घर में आने देना नहीं चाह रहे हैं। इधर, सीतामढ़ी के बैरगनिया थाना पुलिस ने पीड़ित युवती की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है और उस मामले में युवक अजय जायसवाल के पिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. लेकिन अजय अभी भी पुलिस के गिरफ्त से फरार है।