बलिया – नगर निकाय चुनाव सकुशल सम्पन्न, फर्जी मतदाता गये जेल..
नुरुल होदा खान
बलिया। जिले की दो नगरपालिका व आठ नगर पंचायतों में निकाय चुनाव सकुशल सम्पन्न हुआ। इस दौरान प्रशासन व पुलिस के साथ अर्द्धसैनिक बलों के जवान भी मुस्तैदी से डटे रहे। जिलाधिकारी सुरेंद्र विक्रम व पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार से चल रही भारी पुलिस बल द्वारा मतदान केंद्र के अगल बगल जुट रही भीड़ को लगातार भगाये जाने का क्रम जारी रहा। अधिकारियों पूरे दिन गतिशील रहे। इस दौरान संवेदनशील इलाकों में ड्रोन कैमरा उड़ाकर विशेष निगहबानी की गयी।
मनियर में दो फर्जी मतदाता गिरफ्तार
मनियर में जिलाधिकारी सुरेंद्र विक्रम ने दो फर्जी मतदाताओं को पकड़ा। ये दोनों फर्जी आधार कार्ड बनवाकर वोट देने पहुंचे थे। अपने भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी हर बूथों पर कुछ मतदाताओं के आईडी लगातार चेक कर रहे थे। बैरिया, रेवती, सहतवार, बांसडीह के बाद जब वे मनियर पहुंचे तो वहां प्राथमिक पाठशाला मनियर पर देवापुर निवासी राहुल पुत्र विक्रम व अभय वर्मा पुत्र लल्लन वर्मा पर शक हुआ। इनके आधार कार्ड की जांच कराई तो फर्जी मिला। इस पर दोनों को पकड़ पुलिस के हवाले कर दिया गया। इससे पहले रेवती में भी कुछ युवक-युवती, जिनकी उम्र 18 वर्ष से कम थी, इनको भी जिलाधिकारी ने पकड़ कर वापस भेज दिया। हिदायत भी दी कि ऐेसे मतदाता आएं तो इनकी गहन जांच की जाए।
संवेदनशील जगहों पर उड़ाया गया ड्रोन कैमरा
जिलाधिकारी सुरेंद्र विक्रम छतों पर या उंचाईयों पर की गतिविधियों को जांचने के लिए ड्रोन कैमरा साथ लेकर चल रहे थे। संवेदनशील बूथों पर इस कैमरे को उड़ाकर छतों पर की गतिविधि को देखा जा रहा है। बैरिया, रेवती, मनियर समेत अन्य कस्बों में यह कैमरा उड़ा और स्क्रीन पर डीएम-एसपी की नजर बनी रही।
38 केंद्रों पर हुई वेबकाॅस्टिंग
नगर निकाय चुनाव के दौरान कुल 38 केंद्रों पर आयोग की नजर बनी हुई थी। इन केंद्रों पर वेबकाॅस्टिंग के जरिए सीधा प्रसारण किया जा रहा था। नगरपालिका बलिया के 4 व रसड़ा के तीन मतदान केंद्रों पर सीधा प्रसारण किया गया। इसी तरह नगर पंचायत बांसडीह व मनियर के चार-चार केंद्र, सहतवार व बेल्थरारोड के पांच-पांच केंद्र, सिकंदरपुर के दो, बैरिया के 6 केंद्र, रेवती के तीन व चितबड़ागांव के दो केंद्रों पर वेब कैमरे से नजर रखी गयी। वेबकाॅस्टिंग के दौरान मतदान केंद्र के अंदर कर्मचारियों के कार्यों से लगायत अन्य गतिविधियों पर आयोग की नजर थी। इस दौरान मत की गोपनीयता का विशेष ख्याल रखा गया था। इसलिए कैमरा का फोकस मतपेटी के आसपास भी नही था। वेबकाॅस्टिंग की मानिटरिंग विकास भवन सभागार में एनआईसी के अधिकारी व ईडीएम अभिजात सिंह कर रहे थे।