बाबा वीरेंद्र देव के सिकत्तर बाग कम्पिल आश्रम पर पुलिस का शिकंजा,बाबा जुटा सबूत जुटाने में
रॉबिन कपूर
फर्रुखाबाद : दिल्ली में चल रहे आध्यात्मिक विश्व विद्यालय के विवाद में पड़ने के बाद बाबा के फर्रुखाबाद व कंपिल आश्रम पर भी पुलिस ने शिकंजा कस लिया है । आश्रम के भीतर चुपके से गुप्त गतिविधियां भी तेजी पर है| बीती रात सिकत्तरबाग आश्रम से लगभग 40 चेलियों को बाबा ने किसी अज्ञात स्थान पर भेज दिया है । दुराचार समेत अन्य मामलों में तीन माह की जेल काट चुका वीरेंद्र देव जमानत मिलने के बाद फिर आश्रमों के संचालन में लग गया था। धर्म का चोला ओढ़कर धर्म व समाज को ठेस देने वाले इस बाबा पर भी अब बापू आशाराम की तरह पुलिस अपना शिकंजा कस रही है । वहीं बाबा भी अपने गुर्गों व चेलों की शह पर अपने कर्मकाण्डों पर पर्दा डालने का पूरा प्रयास कर रहा है ।
बाबा वीरेंद्र देव के कर्मकांडों की भूमि माना जाने वाला सिकत्तरबाग आश्रम बीते वर्ष 2011 की तरह एक बाद फिर से सुर्ख़ियों में आ गया है |आश्रम के आसपास रहने वालों के मुताबिक आश्रम में रोज की तरह शुक्रवार को हलचल नहीं रही। लोगों ने शक जताया कि सीबीआइ की कार्रवाई की आशंका के मद्देनजर आश्रम से कुछ संवासनियों को किसी अज्ञात स्थान पर भेजा दिया गया है। वही शुक्रवार को डायल 100 को किसी ने गुमराह करने के लिये सूचना दी की सिकत्तर बाग स्थित वीरेंद्र के आध्यात्मिक ईश्वरीय विश्वविद्यालय में तोड़फोड़ हो गयी है| जिसकी सूचना पर यूपी 100 पुलिस की कई गाड़ियों के अलावा रेलवे रोड और पल्ला चौकी प्रभारी भारी फोर्स लेकर आश्रम पहुंचे।
पुलिस के काफी देर इंतज़ार करने के बाद कुछ संवासनियां आश्रम से बाहर तो आयी लेकिन कोई जानकारी देने से साफ मना कर दिया| इसके साथ ही अपना परिचय व नाम तक पुलिस को नही बताया| पुलिस से उनकी बहस और तीखी नोकझोंक भी हो गई। बाद में पुलिस लौट गई। रेलवे रोड चौकी प्रभारी का कहना है कि फिलहाल तोड़फोड़ की सूचना गलत पायी गई है ।पुलिस आश्रम की गतिविधियों पर अपनी नज़र बनाये हुए है।