बहराइच : गुरघुट्टा उपद्रव में कोतवाल-दारोगा सहित चार पुलिसकर्मी निलंबित
सुदेश कुमार
बहराइच. पुलिस अधीक्षक ने नानपारा के गुरघुट्टा गांव में शनिवार की सुबह जुलूस-ए मोहम्मदी के दौरान हुए उपद्रव मामले में कड़ा रुख अख्तियार करते हुए नानपारा कोतवाल जयनारायण शुक्ला व उपनिरीक्षक रामसरन को भी निलम्बित कर दिया है। शनिवार की रात में वहां पर तैनात दो आरक्षियों को पहले ही निलम्बित किया जा चुका है। अभी कुछ और भी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की संभावना है।
नानपारा कोतवाली के गुरघुटटा गांव में पीड़ितों ने शनिवार को एसपी जुगुल किशोर को बताया था कि जिस समय उपद्रवियों ने घर में घुसकर तोड़फोड़, महिलाओं से छेड़छाड़ व लूटपाट की वारदात की थी। उस दौरान आरक्षी मौके से नदारद थे। बवाल के कुछ देर बाद दोनों आरक्षी पहुंचे थे। जिन्हें बलवाइयों ने मारने को दौड़ा लिया था। एसपी ने इस प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए दोनों आरक्षियों विनोद व राघवेन्द्र को बीती देर रात तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया था। सीओ नानपारा सुरेन्द्र यादव की ओर से दी गई रिपोर्ट के आधार पर एसपी ने रविवार की देर शाम कोतवाल जयनारायण शुक्ला व दरोगा रामसरन को भी निलम्बित कर दिया है। इसकी वजह यह रही कि बवाल की सूचना के दो घंटे बाद नानपारा कोतवाली की पुलिस पहुंची। जबकि रुपईडीहा एसएचओ आलोक राव के थाने की घटनास्थल से दूरी 26 किमी होने के बावजूद पुलिस बल के साथ पहले ही मौके पर पहुंच गए थे। एसपी ने बताया कि जांच के बाद मिली रिपोर्ट के आधार पर कोतवाल व उपनिरीक्षक को निलम्बित किया गया है।
डीआईजी ने गुरघुट्टा गांव का दौरा कर लिया ब्यौरा :
पुलिस उपमहानिरीक्षक एके राय ने शनिवार की देर रात नानपारा के उपद्रवग्रस्त गुरघुट्टा गांव का दौरा कर पीड़ित परिवारों से ब्यौरा लिया। दूसरी ओर अधिकांश लोग गिरफ्तारी के भय से गांव से पलायन कर गये हैं। रविवार को गांव में पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा। पुलिस लगभग दो दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। रविवार को दोपहर नानपारा विधायक माधुरी वर्मा ने गांव का दौरा कर पीड़ितों का हाल चाल लिया। पुलिस अफसर गांव में डेरा डाले हुए हैं। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबल कड़ी चौकसी बरत रहा है।
डीआईजी एके राय बीती रात गुरघुट्टा गांव पहुंचे। उन्होंने एएसपी ग्रामीण रवीन्द्र सिंह से उपद्रवियों के विरुद्ध की गई कार्रवाई की जानकारी लेकर आवश्यक हिदायतें दी। पीड़ितों ने वारदात की सिलसिलेवार जानकारी दी। डीआईजी के दौरे के बाद एसपी जुगुल किशोर ने वहां बारावफात ड्यूटी में तैनात किए गए दोनों आरक्षियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
शनिवार की रात लगभग एक दर्जन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया था। रविवार को हिरासत में लिए गए लोगों की संख्या लगभग 24 हो गई है। उनसे पूछताछ की जा रही है। दबिश का सिलसिला शुरू होते ही दहशतजदा लोगों का गांव से पलायन शुरू हो गया। घरों में महिलाएं, बच्चे, वृद्ध ही दिखाई दे रहे हैं। दोनों समुदाय के लोग पलायित हुए हैं। गांव में एएसपी ग्रामीण रवीन्द्र सिंह, सीओ सुरेन्द्र यादव, नानपारा कोतवाल जेएन शुक्ला, रुपईडीहा एसएचओ आलोक राव, मोतीपुर एसएचओ हरि सिंह, पीएसी व पुलिस चौकसी बरत रही है। एसपी जुगुल किशोर ने बताया कि विनोद व राघवेन्द्र दो आरक्षी निलम्बित किए गए हैं।
नानपारा विधायक ने पीड़ितों का लिया हाल :
नानपारा/बलहा। नानपारा विधायक माधुरी वर्मा ने रविवार को दोपहर गुरघुट्टा पहुंच कर उपद्रव में पीड़ित 15 परिवारों का हालचाल लिया। उस दौरान परिवार के अधिकांश पुरुष मौजूद नहीं थे। वह घायल बनवारी से भी मिलीं। महिलाओं ने शनिवार की सुबह उपद्रवियों की ओर से फैलाई गई दहशत, लूटपाट व कुछ महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की वारदात उन्हें रोते हुए बताया। उनका कहना था कि अगर पुलिस समय से पहुंच गई होती तो शायद यह वारदात टल सकती थी। विधायक के साथ भाजपा नेता आनन्द गुप्ता, अशोक जायसवाल, अनिल वर्मा, नागेन्द्र सिंह, अभय मदेशिया, जैकी शर्मा, रोहित चौरसिया आदि भी मौजूद रहे।