बिहार : दहेज उत्पीड़न के आरोपी की मौत के बाद थाने में हंगामा
गोपाल जी.
भागलपुर. दहेज प्रताड़ना के आरोपी बीमार मो. नौशाद की मौत के बाद गुरुवार को स्थानीय लोगों ने थाने पर जमकर हंगामा किया। हंगामा कर रहे लोगों का कहना था कि झूठा रिपोर्ट दर्ज कराने से नौशाद को गहरा सदमा लगा था। पुलिस ने गुस्साए लोगों से कहा कि मामले की जांच की जाएगी। निर्दोष पर कार्रवाई नहीं होगी। इसके बाद लोग शांत हुए। चार दिन पहले बीमार को लेकर पड़ोस के लोग थाने पहुंच गए थे।
जानकारी के मुताबिक, नाथनगर थाने के चम्पानगर मोहल्ला स्थित हाकिम साह लेन के बीमार मो. नौशाद की गुरुवार दोपहर मौत हो गई। घटना के बाद मोहल्ले के लोग आक्रोशित हो गए और नाथनगर थाना पहुंच गए। आरोप लगाने लगे कि झूठा केस दर्ज कराने वाले मो. नौशाद के ससुर मो अब्दुल हाफिज व नौशादी की पत्नी मारिया को सजा दी जाए। चार दिसंबर को भी चंपानगर के सैकड़ों लोग खाट पर लादकर बीमार मो. नौशाद को थाना ले आये थे और झूठा मुकदमा दर्ज कराने के लिए थाने पर हंगामा करने लगे थे। इंस्पेक्टर जनीफउद्दीन ने आश्वासन दिया था कि निर्दोष पर कार्रवाई नहीं की जाएगी। उसके बाद मोहल्ले के लोग शांत हुए थे। लोगो का आरोप है कि छह दिसंबर को नौशाद के ससुर, सास, भाई अब्दुल्ला और सादुल्ला घर पर आ धमके थे। घर से जेवर व दराज में रखे 10 हजार रुपये निकाल लिए थे। आरोप है कि नौशाद को हर्निया के ऑपरेशन वाले जगह पर लात से मार दिया था। मारपीट के बाद वह बेहोश हो गया था।
आरोप है कि बेहोशी के बाद पानी का छींटा मारकर होश में लाने की कोशिश की गई थी, लेकिन होश नहीं आया। बेहोशी की हालत में गुरुवार दोपहर उसकी मौत हो गई। घटना देख लोग गमगीन व आक्रोशित भी थे। बाद में सूचना मिलने पर नाथनगर इंस्पेक्टर पुलिस बल के साथ नौशाद के घर पहुंचे व परिवारवालों को समझाया।
दहेज प्रताड़ना के आरोप में नौशाद को जाना पड़ा था जेल
मारिया व उसके पिता छह माह पहले नौशाद व उसके घरवालों पर दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज कराया था। रिपोर्ट में 30 लाख रुपए दहेज मांगने का आरोप लगाया था। इस मामले में मारिया ने पति समेत ससुराल पक्ष के आठ लोगों को आरोपी बनाया था। सात लोगों को न्यायालय से बेल मिल गया है। नौशाद का बेल रिजेक्ट हो गया था। उसके बाद नौशाद को जेल जाना पड़ा था। जेल में वह गंभीर रुप से बीमार हो गया था। 27 नवंबर को हाईकोर्ट बेल मिला था। बीमार हालत में उसे मायागंज अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। सुधार होने पर घर लाया गया था। इस दौरान आरोप है कि 30 नवंबर को फिर से मारिया ने घर आकर मारपीट व दहेज के पैसे की छिनतई का मामला नाथनगर थाने में दर्ज करावा दिया था।