दुधवा में अवैध खनन – सड़क ठेकेदार रातों-रात जेसीबी से खुदवा रहा है जंगल की मिट्टी

फारुख हुसैन

सूडा- खीरी. उत्तर प्रदेश के एक मात्र वन्य जीव अभयारण्य दुधवा नेशनल पार्क में इन दिनों चौतरफा लूट मची हुई है। कोई कर्मचारी पड़ोसी देश नेपाल में लकड़ी बेचकर जेबें भरने लगा हुआ है, तो कोई स्थानीय स्तर पर बार्डर डबलप के तहत बन रही रोड के ठेकेदारों से मिली भगत कर पार्क की मिट्टी बेच रहे हैं। सड़क बनाने वाली कंपनी वी एस वाई के ठेकेदारों द्वारा रात रात
कई जेसीबी मशीनों द्वारा मिट्टी खोद कर सड़क को ऊंचा किया जा रहा है। इतना ही नहीं वन विभाग के दो कर्मचारियों की ड्यूटी ठेकेदारों द्वारा सड़क पर डाली जा रही मिट्टी की ट्रालीयो को गिनने के लिये लगाई गयी है। इस लूट के पीछे वन विभाग के बड़े अधिकारियों की मिली भगत का प्रमाण तब मिला जब पत्रकारों की एक टीम इस मामले को देखने जंगल में गयी। तभी  वन विभाग के कर्मचारियों व जेसीबी से ट्रैक्टर ट्राली और डम्परो में मिट्टी भराई में लगे लोग भाग खड़े हुए।

आप को बता दें कि वन विभाग द्वारा गुप्त चुप तरह से जो छः फीट गहरी व पांच फीट चौड़ी नाली खोद कर मिट्टी ठेकेदारों को बेची जा रही है उस से जंगल के हजारों पेड़ो की जड़ों को तो काटा ही जा रहा है साथ ही वन्य जीव व थारु इलाके के छोटे-छोटे बच्चों की बरसात के दिनों में डुबोने से मौतों को इंकार नहीं किया जा सकता।

इस बावत स्थानीय स्तर पर बनी वन जन समितियों ने कमर कस ली है। वन जन समिति के अध्यक्ष राम चन्दर राना का कहता है कि हम दुधवा को यूं बर्बाद होते नहीं देख सकते वन अधिकारी और रोड वालों की मिली भगत से जंगल की मिट्टी को सड़क ठेकेदारों के हाथों लाखों रूपए लेकर बेचा जा रहा है।

वहीं भिकू राना का कहना था कि वन विभाग अब तक नेपाली वन माफियों से सांठगांठ कर लकड़ी बेचता था अब यह जंगल की मिट्टी को भी नहीं बक्स रहे हैं इन्हें जंगल से नही बस पैसों से सरोकार है अगर सरकार ने इस ओर समय रहते ध्यान नहीं दिया तो थारु वन जन समिति को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा!

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