कांशीराम शहरी गरीब आवास पर अवैध रूप कब्जा जमाने वाले अब ढूंढ ले नया आशियाना
आजमगढ़ ।। नगर क्षेत्र के तीन स्थानों पर बने कांशीराम गरीब शहरी आवास के विभिन्न फ्लैट में अवैध रूप से रह रहे लोग चिह्नित कर लिए गए हैं। अब नए पात्र लाभार्थियों को आवास आवंटन की प्रक्रिया को गति दिन के लिए जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने जिला स्तरीय अधिकारियों की टीम गठित की है। अधिकारी कालोनियों में डोर-टू-डोर जाएंगे और आवास आवंटन पत्र का सत्यापन कर अवैध रूप से रह रहे लोगों को बेदखल करेंगे।
नगर क्षेत्र में चकगोरया, जाफरपुर व पुरानी जेल के पीछे मिलाकर तीन कांशीराम शहरी गरीब आवास बने हैं जिनकी संख्या कुल 1392 है। इसमें वर्ष 2011 में पात्रों का चयन कर चकगोरया के 204 में 176, जाफरपुर के 492 में 488 और पुरानी जेल के पीछे बने 492 का आवासों का आवंटन हुआ था। आवास आवंटन प्रक्रिया में शुरू से सवालिया निशान उठते रहे हैं। अवैध रूप से रह रहे व्यक्तियों की शिकायत पर कई बार जिला प्रशासन द्वारा अभियान चलाया गया लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात का निकला। एक बार पुन: पिछले दो माह पूर्व जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए लाभार्थियों के आवास आवंटन पत्रों की जांच और उसके बाद जिला स्तरीय अधिकारियों की टीम गठित कर डोर-टू-डोर सत्यापन कराया जिसमें कुल 306 लोग अपात्र मिले।
नए आए लगभग 350 आवेदन पत्र के सत्यापन के साथ आवंटन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाए जाने के लिए जिलाधिकारी ने एक बार पुन: जिला स्तरीय चार अधिकारियों की टीम गठित की। इसमें उपजिलाधिकारी सदर, सीओ सिटी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद एवं परियोजना अधिकारी डूडा अधिकारी नामित किया है। संबंधित अधिकारी तीनों कालोनियों में डोर-टू-डोर जाएंगे और आवास आवंटन पत्र का सत्यापन कर अवैध रूप से रह रहे लोगों को बेदखल करेंगे। अग्रिम कार्रवाई के लिए 15 दिन के अंदर रिपोर्ट प्रस्तुत करना है।