आजमगढ का तरुण हत्याकांड बना पुलिस के लिए चुनौती, पुलिस ने दो को उठाया,
ग्रामीणो का आरोप निर्दोषो को फंसा रही है पुलिस
आजमगढ़।। तरुण हत्याकांड के मामले में अतरौलिया थाने की पुलिस के 48 घंटे के भीतर भी हाथ खाली है। मामले के खुलासे के लिए पुलिस पर भाजपा नेता लगातार दबाव बना रहे हैं। रविवार को पुलिस ने गांव के ही दो लोगों को पूछताछ के लिए उठाया है। जबकि थाने से लेकर कस्बे तक पीएसी बल तैनात कर दी गई है।
अतरौलिया थाना क्षेत्र के पुरवा गांव निवासी तरुण सिंह की शुक्रवार की रात अज्ञात बदमाशों द्वारा थाने के समीप ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड के मामले में पुलिस द्वारा परिवार के लोगों पर शक किये जाने व परिवार के लोगों से पूछताछ किये जाने पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए और दर्जनों की संख्या में थाने पहुंच गये। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस असली हत्यारे तक न पहुंचकर परिवार के लोगों को फंसाना चाहती है। घर परिवार पर पुलिस की चहलकदमी से ग्रामीणों ने नाराजगी जताई व अतरौलिया थाने पहुंचकर प्रभारी निरीक्षक से मुलाकात कर वार्ता की। थानाध्यक्ष की बातों से असंतुष्ट ग्रामीणों ने पुलिस पर बिना जांच के ही किसी निर्दोष को फंसाने का आरोप लगाया है। इससे आक्रोशित ग्रामीणों के रुख को देखते हुए अतरौलिया बाजार व पुरवा गांव पर कई थानों की फोर्स सहित पीएसी बल तैनात कर दी गई। इस मामले में प्रभारी निरीक्षक शिशिर त्रिवेदी ने बताया कि घटना की गंभीरता से जांच की जा रही है.
वही पुलिस सूत्रों की माने तो हत्या की कडिया जोड़ते हुवे पुलिस हत्यारों के नज़दीक पहुच चुकी है और किसी भी पल घटना का सफल अनावरण कर सकती है. वही चर्चाओ के अनुसार ग्रामीणों को बहकाया जा रहा है. जो भी हो थाने के इतने करीब इस जघन्य हत्या को अपराधियों के बढ़ते हौसले से देखने वाले भी कम नहीं है. पुलिस के लिये यह हत्याकांड एक चुनौती बन चूका है.