ट्रंप द्वारा बैतुल मुक़द्दस को इस्राईल की राजधानी के रूप में स्वीकार करने हुआ भारत सहित दुनिया भर में विरोध
बैतुल मुक़द्दस को इस्राईल की राजधानी के रूप में स्वीकार करने के अमरीकी राष्ट्रपति के फ़ैसले के ख़िलाफ़ संसार के अन्य देशों की तरह भारत में भी व्यापक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। राजधानी दिल्ली, लखनऊ, मुंबई, हैदराबाद, बैंग्लुरू, कश्मीर और कई अन्य छोटे बड़े शहरों में नमाज़े जुमा के बाद अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प द्वारा बैतुल मुक़द्दस को इस्राईल की राजधानी के रूप में मान्यता दिए जाने और अमरीका का दूतावास तेल अवीव से बैतुल मुक़द्दस स्थानांतरित किए जाने के फ़ैसले के ख़िलाफ़ प्रदर्शन हुए।
लखनऊ की आसेफ़ी जामा मस्जिद के इमामे जुमा और मजलिसे उलमाए हिंद के महासचिव मौलाना सैयद कल्बे जवाद नक़वी ने ट्रम्प के फ़ैसले को पूरे क्षेत्र और मध्यपूर्व की सुरक्षा के लिए ख़तरा बताया। उन्होंने कहा कि ट्रम्प केे इस ग़ैर क़ानूनी और क्रूर फ़ैसले से पूरी दुनिया के मुसलमानों में असंतोष व दुख पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि अमरीका अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनों व समझौतों की अनदेखी कर रहा है जो विश्व शांति के लिए ख़तरा है। मौलाना कल्बे जवाद ने संयुक्त राष्ट्र संघ से मांग की कि वह ट्रम्प के ग़ैर राजनैतिक और अपमानजनक फ़ैसलों के ख़िलाफ़ एक आपात बैठक बुलाए और विश्व शांति के लिए आवश्यक क़दम उठाए।
इस बीच मुंबई में भी कई स्थानों पर ट्रम्प के इस फ़ैसले के ख़िलाफ़ प्रदर्शन हुए। कुर्ला की शिया जामा मस्जिद के इमाम मौलाना ग़ुलाम अस्करी के नेतृत्व में नमाज़े जुमा के बाद एक विरोध प्रदर्शन किया गया जिसमें भाग लेने वालों ने अमरीका व इस्राईल के ख़िलाफ़ नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने इसी तरह ट्रम्प की तस्वीर को भी आग लगाई। भारत के कई अन्य शहरों से भी इसी प्रकार के विरोध प्रदर्शनों के समाचार मिले हैं।