वाराणसी- थाना प्रभारी आदमपुर अजीत मिश्रा ने बचाया एक परिवार को टूटने से.

तारिक आज़मी.

वाराणसी. वैसे तो आम तौर पर पुलिस की छवि आम जनता के बीच एक क्रूर रूप में रहती है. पुलिस विभाग द्वारा हर स्तर पर यह प्रयास किया गया कि इस छवि को हटा कर जनता को पुलिस के नज़दीक लाया जा सके जिससे अपराध पर नियंत्रण और आसान हो सके. इसकी सफलता कितनी हाथ लगी यह एक बहस का मुद्दा हो जायेगा जबकि यह भी एक हकीकत है कि इस प्रयास में पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों से लेकर कांस्टेबल के स्तर तक बड़ी मेहनत किया गया था.

इन सबके बावजूद आज भी विभाग में काफी ऐसे अधिकारी और कर्मचारी है जिनके कार्यो को देख आम जनता प्रशंसा करे बिना खुद को रोक नहीं पाती है. आज ऐसा ही एक घटनाक्रम हुआ आदमपुर थाना क्षेत्र में जिसमे थाना प्रभारी अजीत मिश्रा और आदमपुर चौकी इंचार्ज मनोज कुमार ने अथक प्रयास कर एक परिवार को न सिर्फ टूटने से बचाया बल्कि एक डिप्रेशन की शिकार हो चुकी गृहणी के दिमाग से उसका डिप्रेशन भी दूर किया.

घटना इस प्रकार है कि आज दोपहर लगभग 3 बजे के करीब एक विवाहिता आदमपुर थाना क्षेत्र के मालवीय पूल जिसको राजघाट का पूल भी कहा जाता है की रेलिंग से नीचे कूदने ही जा रही थी कि एक राहगीर युवक ताबिश अली ने उसको देख लिया और लगभग कूदने की मुद्रा में आ चुकी विवाहिता को अन्य लोगो की मदद से हाथ पकड़ कर ऊपर खीच कर बचाया. आम जनता इस विवाहिता को लेकर पास के पिकेड पर पहुची जहा डिप्रेशन में महिला कई बार अर्धचेतन अवस्था में चली जा रही थी. घटना की सुचना पर थाना प्रभारी अजीत मिश्रा और स्थानीय आदमपुर चौकी इंचार्ज मनोज कुमार मौके पर पहुचे और महिला को समझा बुझा कर पहले पुलिस चौकी लाये. महिला ने बताया कि गुस्से और पारिवारिक विवाद के कारण उसने सुबह से कुछ खाया नहीं है तो थाना प्रभारी ने उसको पहले भरपेट भोजन करवाया और फिर उसके पति तथा अन्य घर वालो को बुला कर घटना के संबध में जानकारी लिया. महिला के बताने अनुसार उसने प्रेम विवाह किसी अन्य धर्म के युवक से किया है जिससे उसके ससुराल वाले खुश नहीं है और अक्सर उसको ताने देते रहते है. इस ताने से तंग आकर वह अपनी इहलीला समाप्त करना चाहती है.

प्रकरण जान कर थाना प्रभारी ने दोनों विवाहित जोड़ो को समझाया और महिला के ससुराल वालो को हिदायत दिया कि दुबारा किसी के द्वारा इस प्रकार के शब्दों का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिये. पुलिस के पहल पर सास बहु जो शादी के बाद से एक दुसरे से बात नहीं करती थी ने आपस में गले मिल कर शिकवे दूर किये और विवाहिता को सास और उसका पति लेकर घर गये.  पुलिस के इस कार्य की क्षेत्र में हर जगह चर्चा और प्रशंसा हो रही है कि एक परिवार को आज टूटने से न सिर्फ बचाया बल्कि दिमाग में बैठे उस महिला के वहम को भी दूर किया.

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