योगी जी ये कैसी माया, कहीं धूप है तो कहीं छाया

दो दिन पहले तक मुंह चिढ़ा रही नहर में ऐसा क्या हो गया कि किसानो के होश उड़ गए

अंजनी राय.

बलिया।। रतसड रजवाहा नहर गुरुवार की सुबह पांच बजे दुर्गीपुर के पास एक बार पुन: दूसरे स्थान पर टूट गई। इससे नहर का पानी किसानों के खेतों को डुबाते हुए पशु चिकित्सालय व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेरुआरबारी के पीछे तक पहुंच गया। नहर के बार-बार टूटने से जहां क्षेत्रीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है वहीं किसानों ने नहर विभाग के अधिकारियों पर जानबूझ ऐसा करने का आरोप लगाया है।
किसानों का कहना है कि बार-बार शिकायत के बाद भी जगह-जगह टूटी नहरों की मरम्मत नहीं किया गया, वहीं वर्षो बाद पानी पहुंचा भी तो किसानों पर आफत लेकर दो दिनों के इस आफत में तीन दर्जन से अधिक किसानों का 50 एकड़ से अधिक की फसल बर्बाद हो गई। नहर के टूटने से दुर्गीपुर, बरवा, बेरुआरबारी गांवों के किसानों की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। किसानों ने शासन से क्षति पूर्ति देने के साथ ही दोषी कर्मचारियों व अधिकारियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है। किसानों का कहना है कि जिसका वर्षों से डर था वहीं हुआ। वर्षों से नहरों की सफाई के साथ ही किसान जगह-जगह टूटी नहर की मरम्मत की बात अधिकरियों से कर रहे थे, लेकिन किसी ने एक न सुनी। ऐसे में रतसड रजवाहा नहर में मगंलवार की रात में जब अचानक पानी आया तो तबाही मच गया। दुर्गीपुर गांव के समीप सड़क से दक्षिण तरफ नहर टूट कर किसानों की 50 एकड़ गेंहू, अरहर, आलू, सरसों आदि की फसल जलमग्न हो गई है चारों तरफ पानी ही पानी दिख रहा है।

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