बिहार : शराबबंदी की वकालत करने वाले बिहार के मंत्री ने की शराब पीकर मारपीट
बिहार में शराबबंदी लागू है और इस शराबबंदी के पीछे नीतीश कुमार के साथ-साथ एक और भी मंत्री हैं जिन्होंने बिहार में शराबबंदी का पुरजोर समर्थन किया था। इतना ही नहीं नीतीश के इस मंत्री ने पूरे देश में शराबबंदी की वकालत भी की थी, लेकिन अब इन पर पश्चिम बंगाल के होटल में शराब पीकर मारपीट करने का गंभीर आरोप लगा है। तारापीठ के जिस होटल में रुके थे वहां के कर्मचारियों ने बताया कि घटना के वक्त मंत्री सुरेश शर्मा और उनके सहयोगी शराब के नशे में थे। हालांकि, मंत्री ने इन आरोपों को झूठा करार दिया है।
तारापीठ के सोनार बांग्ला होटल का मामला
मिली जानकारी के मुताबिक, मामला तारापीठ का है। यहा मौजूद सोनार बांग्ला नामक होटल के कर्मचारियों ने मंत्री सुरेश शर्मा और उनके साथियों के खिलाफ स्थानीय रामपुरहाट पुलिस में शराब पीकर मारपीट करने की शिकायत की है। दरअसल, बिहार के मंत्री ने सोनार बांग्ला होटल में ऑनलाइन दो रूम बुक करवाए थे। उनके निजी सचिव एस. कुमार ने बताया कि वहां पहुंचने पर होटल का कमरा ठीक नहीं लगा था। इसके बाद होटल वालों को वैकल्पिक व्यवस्था कराने या फिर पैसे लौटाने को कहा गया था। इस पर वे लोग दुर्व्यवहार करने लगे थे।
होटल की व्यवस्था नहीं लगी ठीक तो की मारपीट
हालांकि होटल मैनेजर ने मंत्री के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। होटल के मैनेजर ने बताया कि मंत्री और उनके लोगों को बताया गया था कि ऑनलाइन बुकिंग का पैसा उसी माध्यम से रिफंड होगा। लेकिन, वे लोग कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। उलटे होटल के कर्मचारियों से मारपीट शुरू कर दी। होटल के एक अन्य कर्मचारी ने बताया कि बहस के दौरान मंत्री और उनके ज्यादातर सहयोगियों के मुंह से शराब की बू आ रही थी।
सबने पी रखी थी शराब
सुनील गिरि ने बताया कि एक महिला को छोड़ कर मंत्री समेत सबने शराब पी रखी थी। मालूम हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में शराबबंदी की घोषणा कर रखी है। यहां तक कि शराब पीने के मामले में एक व्यक्ति को दोषी ठहराते हुए दस साल कैद की सजा भी दी जा चुकी है। मुजफ्फरपुर से विधायक सुरेश शर्मा नगर विकास एवं आवास मंत्री हैं। वह बीजेपी कोटे से नीतीश मंत्रिमंडल में शामिल हैं।