क्या आप जानते हैं फिल्म को रिलीज होने से पहले किन-किन प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है
गोपाल जी,
पद्मावत फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है लेकिन चारों तरफ प्रदर्शन का माहौल कायम है। एक तरफ जहां करणी सेना फिल्म न चलने देने की धमकी दे रही है तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस निगरानी में लगी हुई है। राजधानी पटना से लेकर पूरे बिहार में फिल्म पद्मावती के रिलीज का विरोध देखने को मिल रहा है। कई अलग-अलग संगठन के लोग इस फिल्म का विरोध कर रहे हैं। आइए आज हम आपको बताते हैं फिल्म को पर्दे पर आने से पहले उन्हें किन-किन प्रक्रियाओं से गुजरना होता है। फिल्म रिलीज से पहले क्या-क्या परेशानी आती है। आखिर एक फिल्म के रुपहले पर्दे पर आने से पहले उसे कैसी प्रक्रियाओं से गुजरना होता है।
जानें पूरा प्रोसेस
सबसे पहले आपको बताते चलें कि किसी भी फिल्म का मालिक उसका निर्माता होता है और फिल्म निर्माण के बाद निर्माता उस फिल्म के अधिकार को खरीदने के लिए ग्राहक को आमंत्रित करता है। जिसके बाद सभी उनके पास पहुंचते हैं और सौदा तय होता है। फिल्म बेचने के दौरान ही निर्माता के द्वारा वितरकों को एक निश्चित समय के बाद ही उसकी CD DVD के अधिकार को देना आश्वस्त करता है। तो दूसरी तरफ वितरक संबंधित इलाके में फिल्म हॉल मालिकों को फिल्म खरीदने के बाद 1 सप्ताह के नियमित समय तक उसे दिखाने का अधिकार देते हैं।
कॉर्पोरेट कल्चर होने के बाद हुआ है बदलाव
लेकिन यह नियम पुराना चला आ रहा है। अब कॉर्पोरेट कल्चर ने इस नियम को बदल कर रख दिया है। आपको बताते चलें कि वर्ष 2000 के उपरांत के कॉर्पोरेट कल्चर के उदय के साथ-साथ इसमें भी बदलाव आया और इस दौरान कॉर्पोरेट घरानों का फिल्म के पूरे होने के पूर्व ही निर्माता उसे खरीद लेने का चलन सामने आया। जिसमें एरोज फिल्म, यूटीवी, परसेप्ट और सोनी फिल्म्स मुख्य नाम हैं। वैसे इनका जहां नेटवर्क नहीं होता है। उस स्थिति में वे वहां के वितरकों के सहारे ही रहते हैं।