श्रद्धालुओं के लिए संतों का भंडारा
इलाहाबाद : प्रयाग की धरती धर्म, अध्यात्म, सेवा व समर्पण का संदेश देती है। संगम क्षेत्र में इन दिनों उसका साक्षात दीदार हो रहा है। मेला क्षेत्र में कोई भूखा न रहे उसके लिए संतों के शिविर में सुबह भंडारा आरंभ हो जाता है, जो देर शाम तक चलता है। ओम नम: शिवाय, चरखी दादरी, श्रीसच्चा बाबा आश्रम, रामानुज मार्ग पर संत विश्व स्वरूप ब्रह्मचारी महराज के शिविर में निरंतर भंडारा चलता है। ओम नम: शिवाय के शिविर में मशीन से गूंथा जाता है। आलू काटने के लिए मशीन लगी है। यहां हर घंटे एक कुंतल से अधिक काटे की कचौड़ियां छानकर भक्तों को खिलाई जाती है। सैकड़ों भक्त मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालु को भोजन कराने के लिए पूरी श्रद्धा व समर्पण से काम करते हैं।
मिलता है स्वादिष्ट व्यंजन
श्रद्धालुओं को स्वादिष्ट भोजन परोसा जा रहा है। सुबह सात बजे हर शिविर में चाय व पकौड़ी वितरित होती है। फिर 11 बजे से पूड़ी, सब्जी, चावल, रायता व अचार वितरित होता है। जबकि कुछ शिविरों में रोटी, सब्जी, दाल, चावल भक्तों को खिलाते हैं। वहीं शाम पांच बजे पुन: पूड़ी, सब्जी, अचार एवं चाय का भंडारा होता है। स्नान पर्वो पर चावल की जगह खीर वितरित की जाती है।