नए-पुराने साहित्य की खोज को जुटे बुद्धिजीवी
कनिष्क गुप्ता.
इलाहाबाद : जीजीआई ग्राउंड में आयोजित राष्ट्रीय पुस्तक मेले में शुक्रवार को साहित्य प्रेमियों की भीड़ जुटी। नए-पुराने साहित्य के मिश्रण का अध्ययन करने के लिए उनमें पुस्तक खरीदने की जिज्ञासा दिखी। पुस्तक मेले में नेशनल बुक ट्रस्ट ¨हदी-इंग्लिश के नवयुवा विषयों, विश्व-साहित्य व भारतीय भाषाओं, अनुदित साहित्य की ढेरों किताबों के साथ आए हैं। मेले में पहली बार लगे सस्ता साहित्य मंडल के स्टाल पर साहित्य के संग ही अन्य विषयों की भी किताबें उपलब्ध हैं। मंथन प्रकाशन के स्टाल पर युवाओं का रुझान अधिक है।
सास्कृतिक मंच पर लखनऊ की डॉ. अनीता श्रीवास्तव ने एक शाम कविता के नाम काव्य गोष्ठी का पेश किया। इसमें अनीता श्रीवास्तव, संध्या सिंह, रूपा पांडेय, रेनू द्विवेदी, महक जौनपुरी, रे्नुराज सिंह, डॉ. अर्चना श्रीवास्तव आदि ने काव्यपाठ किया।
द्वितीय सत्र में कवि यश मालवीय की पुस्तक वक्त का मैं लिपिक का विमोचन साहित्यकार डॉ. राजेंद्र कुमार ने किया। कवियों ने पुस्तक के बारे में विमर्श किया। साहित्यकार हरीश चंद्र पाडेय, अली अहमद फातमी, मुश्ताक अली, डॉ. अनीता गोपेश, उर्मिला जैन, शाश्वत रतन, डॉ. महेंद्र राजा जैन आदि मौजूद रहे। संचालन धनंजय चोपड़ा ने किया।