शिष्टमंडल के साथ दुर्व्यवहार लोकतंत्र का अपमान : कौशल
वारिसलीगंज के अपषढ़ में महादलित टाले मांझी हत्याकांड मामले में जदयू के तेवर तल्ख
नवादा : वारिसलीगंज के अपषढ़ में महादलित टाले मांझी हत्याकांड मामले में जदयू के तेवर तल्ख दिख रहे हैं। पार्टी के शिष्टमंडल से मिली रिपोर्ट पर जदयू के वरिष्ठ नेता सह पूर्व विधायक कौशल यादव ने घटना को दुखद व कष्टदायक बताया है। उन्होंने कहा कि शिष्टमंडल का नेतृत्व महादलित महिला ¨पकी भारती कर रही थी। इस शिष्टमंडल को वहां के मुखिया राजकुमार ¨सह सहित उनके सहयोगियों ने रोका। यह निश्चित रुप से लोकतंत्र की साख पर बट्टा लगने के समान है और लोकतंत्र का अपमान है।
साजिश के तहत अपषढ़ गांव के बाहर पांच-छह सौ लोगों को जमा कर शिष्टमंडल को गांव में घुसने और पीड़ित परिजन से मिलने नहीं दिया जा रहा था। इससे साफ पता चलता है कि हत्याकांड में केवल एक आदमी नहीं बल्कि कई और लोग शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि वे किसी की गीदड़ भभकी से डरने वाले नहीं हैं। जदयू में 85 हजार से ज्यादा कार्यकर्ता और काफी संख्या में उनके निजी कार्यकर्ता हैं। जिले में महादलित, दलित, पिछड़ा, अतिपिछड़ा, अल्पसंख्यक एवं कमजोर वर्ग के साथ दबंगों का अन्याय और अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के शिष्टमंडल के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया गया क्योंकि वे स्वजातीय थे। आज वारिसलीगंज की गरीब जनता इस ²श्य को देखकर रो रही है। उन्होंने कहा कि श्रीबाबू के पुत्र और गरीबों के मसीहा विधायक स्व. बंदी शंकर ¨सह की आत्मा भी रो रही होगी।
उन्होंने उपमुख्यमंत्री से अनुरोध करते हुए कहा कि पटना से भाजपा की उच्च स्तरीय जांच टीम को अपषढ़ गांव भेजें। जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। पूर्व विधायक कौशल ने कहा कि मृतक की पुत्री कारी कुमारी को इस बात का डर है कि उसके पिता की तरह दबंग उसकी भी हत्या कर शव गायब कर सकते हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से मांझी परिवार को संरक्षण में लेकर न्याय दिलाने की मांग की है।