अवैध उगाही के आगे क्षेत्रीय विधायक का कद भी छोटा पड़ता दिखाई दिया
लोनी ट्रोनिका सिटी थाना क्षेत्र की पुस्ता पुलिस चौकी के सामने वाहन चालकों से हो रही अवैध उगाही के मामले में विरोध करने वाले क्षेत्रीय विधायक का कद भी छोटा पड़ता हुआ नजार आया। जिसके चलते क्षेत्र के आला अधिकारियों की कार्यप्रणाली भी स्वत: ही शक के घेरे में आ जाती है।
बता दें कि बुधवार रात क्षेत्रीय विधायक नंदकिशोर गुर्जर अपने लार-लक्सर समेत किसी काम से ट्रोनिका सिटी की ओर जा रहे थे। इसी दौरान लगभग 10 बजे वह जैसे ही दिल्ली-सहारनपुर मार्ग पर स्थित पुस्ता पुलिस चौकी के निकट पहुंचे उन्होंने वहां एक कांस्टेबल व उसके साथ रहे अन्य युवकों द्वारा चौकी के सामने से सामान लादकर आ रहे कई वाहन चालको, जिनमे भूसा लदी भैंसा बुग्गी लेकर आ रहा अयूब निवासी डाबर तालाब भी शामिल है। से अवैध उगाही होते हुए देखी। विधायक जैसे ही अपनी गाड़ी से उतरे उन्हें देख उगाही करने वाले वहां से नौ-दो-ग्यारह हो गए। मगर विधायक उक्त भ्रष्टाचार का विरोध करते हुए वहां पुलिस चौकी पर ही जमकर बैठ गए। जिसकी सूचना पाकर पुलिस क्षेत्राधिकारी दुर्गेश कुमार भी विधायक के पास चौकी पर पहुंचे थे। जिन्होंने उगाही करने वालों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। यही नहीं मामले में विधायक द्वारा मोबाइल पर हुई एसएसपी से वार्ता के दौरान उन्होंने भी आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही का आश्वासन दिया था। इसके बाद शांत हुए विधायक चौकी से उठकर आगे निकल गए थे।
रात गई बात गई
लगता है उक्त अवैध उगाही के मामले में विधायक द्वारा पुलिस चौकी पर धरना देकर उनका विरोध करना बेकार ही गया। क्योंकि वहां अवैध उगाही करने वाले कुछ लोग रात गई बात गई वाली कहावत के अनुसार अगले दिन तड़के ही पुन: अपनी अवैध उगाही में जुट गए थे। अफसोस की बात तो यह है कि पुलिस द्वारा वाहन चालकों से खुलेआम उघाई होती हुई देख स्वयं क्षेत्रीय विधायक ने पुलिस चौकी पर धरना देकर इसका कड़ा विरोध जताया था। तथा पुलिस के आला अधिकारियों से संपर्क कर इसकी शिकायत भी की थी। यहां तक कि स्वयं सीओ दुर्गेश कुमार ने पुलिस चौकी पहुंचकर अवैध उगाही करने वालों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही करने का आश्वासन भी दिया था। मगर लगता है उक्त पॉइंट से होने वाली पुलिस की अवैध कमाई का ढेर इतना ऊंचा है कि उसके सामने क्षेत्रीय विधायक का कद छोटा पड़ गया है। जिसके चलते संबंधित क्षेत्रीय अधिकारियों की छवि भी अब संदिग्ध बन गई है।
पहली भी पकड़े जा चुके रंगे हाथ
उक्त पुलिस चौकी के सामने सामान लदे वाहन चालकों से अवैध उघाई का गोरखधंधा कोई 2-4 महीने से नहीं बल्कि वर्षों से चला आ रहा है। जो कभी अपने निजी स्वार्थ के चलते कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा शुरू करने के बाद अब एक परंपरा बन गई है। जिसका समय-समय पर विरोध भी होता रहा है। इस कड़ी में बुधवार रात क्षेत्रीय विधायक की कार्रवाई से कुछ दिनों पूर्व भी कुछ लोगों ने वहां अवैध उगाही कर रहे एक युवक को रंगे हाथों पकड़ कर पुलिस को सौंपा था। मगर नतीजा वही “ढाक के तीन पात” वाली कहावत को चरितार्थ करने के अलावा और कुछ भी नहीं निकल पाया था। और इस तरह चंद लोगों द्वारा खाकी को खुलेआम बदनाम किया जा रहा है।