अयोध्या में राम मंदिर के लिए संकटमोचन की स्तुति
इलाहाबाद : अयोध्या विवाद पर गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू होने से पहले संगमनगरी में संकट मोचन की स्तुति की गई। कोर्ट से मंदिर के पक्ष में फैसला आए, इसलिए संगम तट स्थित लेटे हनुमान मंदिर में संतों व भक्तों संकटमोचन हनुमान जी की स्तुति की। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के नेतृत्व में सुबह मंदिर परिसर में सामूहिक हनुमान चालीसा व सुंदरकांड का 51 बार पाठ किया गया। अंत में मंत्रोच्चार के बीच यज्ञ कुंड में आहुतियां डाली गई। श्रीराम व संकटमोचन बजरंग बली की जयकार लगी।
महंत नरेंद्र गिरि का कहना था कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ¨हदू जनमानस की श्रद्धा व अस्मिता के प्रतीक हैं, इसलिए अयोध्या में उनकी जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण अतिशीघ्र होना चाहिए। कहा कि देश का आम मुसलमान भी श्रीराम के प्रति भक्ति व समर्पण का भाव रखता है, परंतु कुछ लोग उन्हें बरगला कर अपनी रोटियां सेंक रहे हैं। उन्होंने मुसलमानों से अपील की कि वह मंदिर निर्माण की पहल स्वयं करें, ताकि दुनियाभर में अच्छा संदेश जाए। योगगुरु स्वामी आनंद गिरि ने बताया कि मामले की सुनवाई होने तक हनुमान जी की स्तुति निरंतर चलती रहेगी, यही मंदिर निर्माण में आने वाली बाधा को दूर करेंगे।