स्कूलो में होती पढ़ाई, तो नकल नहीं करते बच्चे
संजय राय
चितबड़ागाँव( बलिया ) – स्थानीय नगर पंचायत सहित आस पास के इलाकों में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ द्वारा नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए जिससे नकल रोकने में सफल हो सकता है । इस संबंध में क्षेत्र के बुद्धिजीवी वर्ग, अभिभावक, छात्र व छात्राओं का कहना है कि यदि कहीं भी किसी भी स्कूलों में अच्छी तरह से पढ़ाई हुई होती तो आज के परिवेश में पढ़ने वाले छात्र व छात्राएं नकल करने के लिए लालच नहीं करते ।
गौरतलब है कि जब विद्यालय खुलता है तो उस समय मात्र सभी शिक्षक व शिक्षिकाएं दाखिला लेने, छात्रवृत्ति फार्म भरने में तकरीबन दो माह बीता देते हैं , जबकि आलम यह होता है कि समस्त छात्र व छात्राओं को छात्रवृत्ति प्राप्त नहीं हो पाती है जबकि दूसरी ओर सरकारी स्कूलों में शिक्षक सिर्फ अपनी कोरम पुरा कर घर चले जाते हैं ऐसे में न तो शिक्षक- शिक्षकाओं का आने-जाने का समय सारणी ठीक रहता है और न ही छात्र व छात्राओं की आने-जाने का रह जाता है । बता दें कि तीन दशक पूर्व स्कूलों में समयानुसार पढ़ाई होती थी तथा गुरु व शिष्य का महत्व वास्तव में लोग समझते थे मगर अफसोस इस बात की है कि आज न तो शिक्षक व शिक्षिकाएं ही अनुशासित हैं और न ही छात्र व छात्राएं अनुशासित हैं ।
जबकि तीन दशक पूर्व अध्यापक तथा अध्यापिकाएं भी बच्चों को पढ़ाने में रूचि रखते थे और ठीक वैसे ही छात्र व छात्राएं भी पढ़ाई में रूचि रखते थे । आज शिक्षा का स्तर आए दिन लगातार गिरता जा रहा है जिससे गुरू व शिष्य की गरिमा भी तार तार होती जा रही है । क्षेत्र के बुद्धिजीवी लोगों का कहना है कि सरकारी नौकरी में भी आरक्षण व मेरिट छात्र व छात्राओं को नकल करने पर मजबूर कर दे रही है । कहा कि इससे तो अच्छा कोचिंग सेंटर के शिक्षक मेहनत करके ज्यादे पढ़ाने में रूचि रख रहे हैं इस परिस्थिति में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने एक अच्छी पहल की है जिससे निश्चित रूप से अपने आप नकल पर काबू पाया जा सकता है ।