वाराणसी पुलिस की एक शानदार पहल है यह शांति समिति की बैठक.
वाराणसी. अक्सर आपने शांति समिति की बैठको के सम्बन्ध में सुना होगा. कोई भी त्यौहार आने पर देश के लगभग हर थानों पर ही शांति समिति की बैठक होती है. इस बैठक में क्षेत्र के संभ्रांत लोगो को थाने पर बुलाया जाता है, उनसे विचार विमर्श किया जाता है और फिर चाय पान करके लोग चर्चाओ का दौर चलाते हुवे घर को चले जाते है.
मगर आज वाराणसी पुलिस ने आदमपुर थाना क्षेत्र में एक अनोखी मिसाल पेश करते हुवे शांति समिति की बैठक किसी थाने अथवा पुलिस चौकी के अन्दर न रख कर एक बैंक्वेट हाल में रखा. आलिशान मंच सज्जा हुई. मंच का संचालन भी आम नागरिक नहीं बल्कि रूमानी अंदाज़ में शानदार तरीके से नगर मजिस्ट्रेट डॉ विश्राम ने खुद किया. मंच पर जहा जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्रा उपस्थित थे, वही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आर के भारद्वाज के साथ एडीएम सिटी वी.पी. पाण्डेय, मौजूद थे वही साथ में पुलिस अधीक्षक नगर दिनेश कुमार सिंह भी उपस्थित थे. मंच की सजावट और वहा का माहोल देख कर कोई इसको शांति समिति की बैठक तो नहीं कह सकता था. ये पहल वाराणसी पुलिस के द्वारा इस कारण किया गया कि खुले माहोल में आम जनता अपने दिलो की बात बोले. एक दुसरे से गिले शिकवे अगर हो तो दूर हो. अगर कही कोई विवाद है तो उसका निस्तारण हो. और बैठक सफल भी रही. बैठक में केवल शांति समिति ने लोग ही नहीं बल्कि क्षेत्र के अन्य संभ्रांत लोग भी उपस्थित थे. आस पास के सभी जन प्रतिनिधि मौजूद रहे, आप पास के क्षेत्र के सभी पूर्व जन प्रतिनिधि भी मौजूद रहे. निकाय चुनाव लड़ कर हारे प्रत्याशी अथवा प्रत्याशी पति भी उपस्थित थे.
मौका भी था और दस्तूर भी था मंच से बोलना शुरू किया तो आम जनता ने. सभी विवाद को आम जनता भूल गई एक दुसरे के गले लग कर बधाई दिया. आमंत्रित शायर निजाम बनारसी ने एक शेर से सबका दिल जीत लिया. सिर्फ दो लाइन में काशी की असली पहचान सामने रखते हुवे कहा कि “काशी में एकता की निराली ये शाम है, होता कही भजन तो कही पर अज़ान है,” इन दो लाइन में ही शायर निजाम बनारसी ने काशी की यकजहती को बयान कर दिया. सभी वक्ताओ ने दिल खोल कर बोला और निष्कर्ष यही निकला कि काशी में आम जनता तो शांति ही चाहती है और सभी इस शांति में अपने योगदान करने का प्रण लिया.
कार्यक्रम का आयोजन वाराणसी प्रशासन के तरफ से क्षेत्राधिकारी कोतवाली एवं आदमपुर थाना प्रभारी अजीत मिश्रा ने किया. कार्यक्रम के इस सफलता पर मौजूद अधिकारियों ने लफ्जों से तो ख़ुशी ज़ाहिर नहीं किया मगर पुरसुकून उनके चेहरे बता रहे थे कि सभी इस शांति समिति की बैठक के बाद क्षेत्र में अमनो सुकून के लिये आश्वस्त है. आम जनता क्षेत्राधिकारी कोतवाली और थाना प्रभारी आदमपुर के इस प्रयास की प्रशंसा करते हुवे दिखाई दे रहे थे.