पुरानी1 करोड़ 11 लाख करेंसी के साथ कई लोग हुए गिरफ्तार
यशपाल सिंह
आजमगढ़ : बस्ती जिले में गुरुवार को प्रचलन से बाहर हो चुके पुराने भारतीय करेंसी के साथ जिले के तीन युवक पकड़े गए थे। गिरफ्तार किए गए इन तीनों युवकों का डाटा खंगालने में जिले की पुलिस जुट गई है। पकड़े गए युवकों में दो की राजनैतिक महत्वाकांक्षा के चलते उनका जुड़ाव सपा व कांग्रेस पार्टी से होना बताया जा रहा है। वहीं तीसरा युवक माहुल यूबीआइ में बैंक सहायक के पद पर कार्यरत है।
बस्ती जिले की पुलिस ने कोतवाली क्षेत्र गुरुवार को फार्चूनर सवार पांच युवकों को गिरफ्तार कर उनके पास से प्रचलन से बाहर हुए एक करोड़ 11 लाख रुपये भारती करेंसी के साथ गिरफ्तार किया था। जिनमें से तीन आजमगढ़ के व दो नेपाल के निवासी निकले। गिरफ्तार किए गए जिले के तीन युवकों में रानी की सराय निवासी सत्यप्रकाश उर्फ एसपी राय पुत्र स्व. हरिश्चंद्र राय, अवधराज यादव और अहरौला क्षेत्र के राजापुर माफी गांव निवासी रामशकल यादव पुत्र राम इकबाल यादव शामिल हैं। सत्य प्रकाश के कई लग्जरी वाहन हैं। वह हाल ही में कांग्रेस पार्टी का अपने को नेता बताते हुए एक विधानसभा में जमकर अपना प्रचार प्रसार किया था । दूसरा पकड़ा गया युवक अवधराज यादव जो अपने को समाजवादी पार्टी के यादव महासभा का प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी बताता है। अवध राज क्षेत्र में एक स्कूल का संचालक भी है। नोटबंदी के बाद नोटों के कारोबार से उनकी कमाई चंद समय में ही काफी बढ़ गई। ठग्ससे उनमें राजनीतिक महत्वकांक्षा भी आ गई। सत्यप्रकाश मूल रूप से अहरौला के पुरा कोदई का निवासी है। वहीं तीसरा युवक राम शकल यादव माहुल यूबीआइ में सहायक के पद पर कार्यरत है। बैंक मैनेजर इंतजार अली का कहना है कि गुरुवार की दोपहर को अचानक राम शकल बैंक में ही अपना एक मोबाइल छोड़कर बगैर बताए चार पहिया वाहन पर सवार होकर निकल गया था। तीन हजार की नौकरी में उसने नोटबंदी के बाद अकूत संपति बना ली।