कवि सम्मलेन का हुआ आयोजन
पलियाकलां-खीरी। होली के पावन अवसर पर भारतीय संस्कृति और सभ्यता को जीवित रखने को शहर की आध्यात्मिक/ धार्मिक और सामाजिक संस्था श्री कुल परिवार सेवा समिति पलिया के तत्वावधान में हर वर्ष की भाँति इस बार भी नव संवत्सर के आगमन से पूर्व संवत् पाठ के पश्चात विशाल कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।जिसमें देश के दूरस्थ क्षेत्रों से आये प्रतिष्ठित साहित्यिकारों ने कविता पाठ कर अपनी कृतियों से श्रोताओं को भावविभोर कर तालियाँ बटोरी।
कार्यक्रम की शुरुआत श्रीकुल परिवार के मुखिया ज्योतिष मर्मज्ञ पण्डित गोविन्द माधव मिश्र, अध्यक्ष सोमेश माधव, प्रख्यात कवि एवं पत्रकार राम चन्द्र शुक्ल एवं शांति स्वरुप शुक्ला द्वारा माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित करते हुये माल्यापर्ण के साथ की गयी। ततपश्चात देहरादून उत्तराखंड से पधारे श्रंगार के रससिद्ध कवि सुबोध बाजपेयी ने
“सो गये थे उन्हें हम जागते गये,
जो गिर गये दे सहारा उठाते गये।
प्रीत की अप्स मे जो थे बेरंग हुये,
रंग हर गाल पर हम लगाते रहे”।। अपने इस कव्यपाठ2 से समां बांध दिया।
वीर रस व हास्य व्यंग्य के प्रख्यात कवि देवेश तिवारी ने ” कट जाये शीश,रंचमात्र होगा क्लेश नही, घटने न पाये स्वाभिमान मेरे देश का” पढ़कर श्रोताओं के लहू की गति को तेज कर दिया वहीं फागुन में बदलती ऋतुओं का प्रेममयी सजीव चित्रण कर सराबोर कर दिया।
कवि सम्मेलन की एक मात्र कवियत्री रंजना हाय ने जहाँ कई ह्र्दय स्पर्शी गजले व गीत पढ़कर श्रोताओं को मोहित कर दिया। सुप्रसिद्ध कवि राम चन्द्र शुक्ला ने अपनी मनोहर काव्य रचनाओं के माध्यम से युवा वर्ग का उत्साह वर्धन कर सामाजिक कुरीतियों पर सशक्त प्रहार किए। कवि दीपक पांडेय व फारूक हुसैन ने भी अपनी ओजस्वी वाणी से कर्यक्रम को मन्त्रमुग्ध कर दिया । कार्यक्रम के समापन पर आमंत्रित कविजनों व अतिथिगणों को स्मृतिचिन्ह भेंटकर किये गये। कार्यक्रम के दौरान एडवोकेट गगन मिश्रा, आशीष अग्निहोत्री, दौलत राम, सुनील गुप्ता, एडवोकेट विजय बाजपाई, भाजपा नेता अनुज शुकला बीटू, अभिषेक शुक्ला, कल्याण अग्रवाल, कृष्ण कुमार दिवाकर,वरिष्ठ पत्रकार एन के मिश्र, सहित काफी संख्या में स्थानीय गणमान्य लोग देर रात तक कवि वाणी का आनन्द लेते रहे।