आखिर अफ्रीकी युवक पर दर्ज हुआ मुकदमा, जेल
फारुख हुसैन
लखीमपुर खीरी. मंगलवार की रात एसएसबी द्वारा बनगवां मंडी से पकड़े गये अफ्रीकी नागरिक के खिलाफ गौरीफंटा कोतवाली पुलिस ने 14 फॉरन एक्ट का मुकदमा दर्ज करते हुए उसे जेल भेज दिया है। वहीं उसके साथ पकड़े गये नेपाली युवक को पुलिस ने जांच पूरी होने के बाद छोड़ दिया।
मंगलवार की रात नेपाल के अनिल नामक युवक की मदद से अफ्रीकी नागरिक डायमेंड एरोना तस्करी व अवैध गतविधियों के कार्य को लेकर जानी जाने वाली बनगवां मंडी में जंगल के रास्ते आ पहुंचा था। जहां एसएसबी जवानों से अफ्रीकी व नेपाली दोनों युवकों को पकड़ लिया था। पुलिस व एसएसबी की पूछताछ में अफ्रीकी नागरिक के पास कोई भी ऐसे वैध कागजात बरामद नही हुए। है जिससे उस पर शक न किया जाये। बुधवार को भी अफ्रीकी से पूछताछ का सिलसिला जारी रहा। देर शाम गौरीफंटा पुलिस ने अफ्रीकी नागरिक के खिलाफ बीना पासपोर्ट व वीजा से सम्बंधित 14 फॉरन एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए पलिया सीएचसी में उसका स्वास्थ्य परीक्षण कराकर उसे जिला जेल भेज दिया। वहीं उसके साथ पकड़े गये नेपाली युवक को पुलिस ने जांच के बाद छोड़ दिया है।
नेपाली युवक को छोड़ने पर सवाल: अफ्रीकी के साथ पकड़े गये नेपाली युवक को जांच के बाद पुलिस ने छोड़ दिया है। लेकिन अगर सूत्रों की माने तो नेपाल से भारत में वो भी रात को मोहाना नदी के घाट से जंगल होते हुए भारत की सीमा में पहुंचाने में पूरी भूमिका उसी नेपाली की ही रही थी। तो वह बेगुनाह कैसे रहा और उसे बिना कार्रवाई के किस वजह से छोड़ दिया गया। कहीं नेपाली युवक ने अफ्रीकी से मोटा पैसा लेकर उसे नेपाल से बनगवां व बनगवां से पलिया, पलिया से और आगे पहुंचाने की साजिश तो नही रची थी।
दिल्ली में दो अन्य साथियों के होने की है चर्चा: पासपोर्ट व वीजा न होने के चलते अफ्रीकी नेपाली का सहारा लेकर शायद दिल्ली पहुंचना चाह रहा था। सूत्रों की माने तो दिल्ली में अफ्रीकी के दो अन्य साथी मौजूद हैं जो उसके पहुंचने का इन्तजार कर रहे थे। लेकिन ऐसा नही हुआ और वह एसएसबी की निगाहों से बच नही सका जिसके तहत उसे बनगवां मंडी में पकड़ लिया गया।