आखिर इशारा किसका कि स्कूल की भुमि को अवैध कब्ज़े से छुड़ाने में नाकाम हो रहा स्थानीय प्रशासन 

फारूख हुसैन

लखीमपुर खीरी. निघासन -जहां एक ओर हमारी मोदी सरकार अपना कड़ा रूख अपनाते हुए हर जगह लोगों द्वारा कब्जा की गयी जमीनों को छुड़ाने के लिये एक मुहिम भे एं टी माफिया छेड़ दी है कि जैसे भी हो अवैध तरीके से लोगों द्वारा जमीनों को छुड़वाकर उसका उचित इस्तेमाल किया जा सके और इस बात को सर्वपरि मानते हुए हर जिले में अवैध कब्जेदारों शासन द्वारा उन पर गाज गिरा दी गयी है ।परंतु इसमें आश्चर्य जनक मामला लखीमपुर खीरी जिले के निघासन क्षेत्र के ढखैरवा तहसील क्षेत्र के ग्राम गौरिया में देखने को मिला है जहां पर एक विद्यालय की जमीन पर अवैध कब्जे की सूचना मिलने पर तहसीलदार ने खुद जाकर वो जगह अवैध कब्जेदारों को खाली करने को कहा था पर॔तु तहसीलदार का आदेश जब लोगो द्वारा उपहास का पात्र बना जब कब्जेदारों ने उनके आदेश को किसी मैदान में खिलाडियो द्वारा खेले जा रहे बाॅल की तरह हवा में उछालने की तरह ही उछाल दिया और तहसीलदार साहब बस एक मूक दर्शक बने देखते रहे और सरकार द्वारा चलायी गयी मुहिम को दरकिनारे कर दिया गया एक तरह से देखा जाये तो हमारी मोदी सरकार में भी कब्जेदारो कॅ किसी रसूखदारों का सानिध्य प्राप्त होते दिखाई दे रहा है जिसके चलते तहसीलदार साहब भी कोई कर्यवाही न कर चुप बैठते ही नजर आ रहे हैं।

मामला निघासन क्षेत्र के ढखैरवा तहसील क्षेत्र के ग्राम गौरिया में देखने को मिला है जहां पर प्राथमिक विद्यालय की खाली पड़ी जमीन पर अवैध कब्जेदारों ने अपना कब्जा जमाया हुआ है देखा जायें वो किसी तरह के आपराधिक मामले में संलिप्त तो नहीं दिखाई दे रहें हैं पर हां उनको कहीं न कहीं से जमीन को न छोड़ने की सख्त हिदायत दी जा रही है । फिलहाल इस विद्यालय की जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायत विद्यालय के अघ्यापको द्वारा की गई थी और उनकी शिकायत पर मौके पर निघासन तहसील के तहसीलदार ने मौके की जांच कर एक साप्ताह के अंदर प्राथमिक विद्यालय की जमीन से कब्जा हटाऐ जाने कि चेतावनी कब्जेदारों को दी थी।

पंरतु इसके बावजूद कब्जेदार तहसीलदार के आदेश की पूरी तरह से अवहेलना कर गौरिया प्राथमिक विद्यालय की जमीन पर आज भी अपना कब्जा जमाये हुये हैं ।आफको बता दें कि निघासन तहसील क्षेत्र के गौरिया स्थित प्राथमिक विद्यालय की जमीन पर कब्जेदारों ने करीब एक वर्ष से प्राथमिक विद्यालय की जमीन पर कब्जा किये हुए है। बताते चलें कि निघासन तहसील क्षेत्र की स्थिति गौरिया प्राथमिक विद्यालय में जबकि स्कूल प्रशासन ने स्कूल की जमीन से कब्जा से मुक्त कराये जाने के लिए तहसील प्रशासन से कई बार लिखित शिकायत की गई। एक तरफ मोदी सरकार की भुमाफिया टीम के द्वारा निघासन तहसील के तहसीलदार पुरण सिंह राणा ने गौरिया प्राथमिक विद्यालय जाकर स्कूल की भुमि को कब्जेदारों से मुक्त करवा कर अभियान चलाया गया था जिसके चलते कब्जेदारो ने विद्यालय की भुमि को खाली करने के लिए स्वयं ही एक सप्ताह का समय मांगकर कब्जा हटाने समय मांगा था। परंतु फिर भी आज तक कब्जेदार प्राथमिक विद्यालय की जमीन पर छप्पर डाल कर कब्जा जमाये बैठे हैं।

अब सवाल यह उठता है कि एक अधिकारी के आदेश की अवहेलना आम नागरिक तो करने की हिम्मत नहीं रख सकता है हां बस यह वो कर सकता है जो ज्यादातर आपराधिक मामले जैसे लड़ाई झगड़ा खून खराबा गुंडई जैस मामले से संलिप्त हो पर यहां पर तो यह सब बातें दिखाई नही दे रहीं हैं फिर एक बात यह सामने आ रही है कि यहां सिर्फ और सिर्फ उन कब्जेदारों को किसी खद्दरधारियों का सानिध्य प्राप्त होता दिखाई दे रहा है। जिसके कारण तहसीलदार साहब भी चुप्पी साधे हुये हैं।फिलहाल यहां पर एक मोदी सरकार द्वारा चलाया गया एक मुहावरा सटीक बैठ रहा है कि पढेगा इंडिया तो बढ़ेगा इंडिया पर अब सोचना पड़ रहा है साहेब की ऐसे पढेगा इंडिया ? अब देखते है कि कब तक हमारी सरकार के चलायी गयी योजना में चार चांद लगते हैं ।।

हमारी निष्पक्ष पत्रकारिता को कॉर्पोरेट के दबाव से मुक्त रखने के लिए आप आर्थिक सहयोग यदि करना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें


Welcome to the emerging digital Banaras First : Omni Chanel-E Commerce Sale पापा हैं तो होइए जायेगा..

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *