नूरपुर उपचुनाव – त्रिकोणीय होता जा रहा है मुकाबला
अज़ीम कुरैशी
नूरपुर । उपचुनाव में घमासान चल रहा है हर नेता अपनी पार्टी के लिए प्रचार कर रहे हैं भाजपा प्रत्याशी के लिए प्रदेश के कई बड़े नेता प्रचार कर रहे हैं उधर गठबंधन प्रत्याशी के लिए भी कई दिनों से नूरपुर में सपा के वरिष्ठ नेता नूरपुर में डेरा डाले हुए हैं अब देखना यह है कि विजय किस पार्टी का प्रत्याशी होगा पूर्व बसपा प्रत्याशी उस्मान अंसारी ने निर्दलीय प्रत्याशी जहीन अंसारी को अपने समर्थकों के साथ समर्थन देने का ऐलान कर दिया है हाफिज उस्मान अंसारी 2012 में बसपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे और बहुत कम वोटों से चुनाव हार गए थे उनके निर्दलीय प्रत्याशी को समर्थन देने से गठबंधन प्रत्याशी को झटका लग सकता है।
उधर लोकदल प्रत्याशी गौहर इकबाल ने भी क्षेत्र मैं अपना प्रचार तेज कर दिया है क्षेत्र के गांव सेला से हाजी जकी अंसारी ने भाजपा को समर्थन दे दिया है हाजी जकी अंसारी के स्वर्गीय लोकेंद्र चौहान से अच्छे संबंध थे उधर बसपा सुप्रीमो कुमारी मायावती ने किसी भी पार्टी के लिए ऐलान नहीं किया बसपा पार्टी के कार्यकर्ता वह दलित वोट खामोश बैठे है। अब देखना यह है कि दलित वोट को लुभाने में कौन कामयाब होता है रमजान मे ज्यादातर मुस्लिम समाज के लोग बाहर रहते हैं ज्यादा लोग रमजान के वजह से दिलचस्पी कम रख रहे हैं मुस्लिम समाज के लोग मेहनत मजदूरी करने की वजह से बाहर रहते हैं और रही सही कसर लोकदल प्रत्याशी और निर्दलीय प्रत्याशियों ने पूरी कर दी आने वाली 28 मई को भाजपा और सपा मुकाबला देखने को मिलेगा बसपा के पूर्व प्रत्याशी हाफिज उस्मान अंसारी निर्दलीय को समर्थन देने से सपा खेमे में खलबली मच गई क्योंकि हाफिज उस्मान अंसारी भी उपचुनाव में सपा से टिकट मांग रहे थे
आपको बता दें कि नूरपुर से अंसारी बिरादरी से नूरपुर चेयरमैन हाजी इरशाद अंसारी भी सपा गठबंधन टिकट मांग रहे थे हाजी नईम उल हसन को टिकट होने से इरशाद अंसारी कि सपा से कुछ दिन तक नाराजगी बनी रही और अब उन्होंने सपा को समर्थन दे दिया नूरपुर उपचुनाव सपा गठबंधन व भाजपा के लिए नाक का सवाल बन गया अब देखना यह है कि क्या सपा गठबंधन नूरपुर से अपनी सीट निकाल पाएगी