स्वीपर की मौत की गुत्थी सुलझाने में जुटी  पुलिस

यशपाल सिंह
आजमगढ़ : सिधारी थाना क्षेत्र के मूसेपुर मोहल्ले के एक मकान से मिले स्वीपर क. आजमगढ़ : सिधारी थाना क्षेत्र के मूसेपुर मोहल्ले के एक मकान से मिले स्वीपर के शव के मामले में पुलिस की शिथिलता सामने आ रही है। पोस्टमार्टम के बाद भी उसके मौत की गुत्थी जहां नहीं सुलझ सकी, वहीं घटना के तीन दिन बाद भी पुलिस मृत युवक के नाम पता की भी सही जानकारी नहीं हासिल कर सकी।

मूसेपुर मोहल्ला निवासी चंद्रजीत यादव के मकान के एक कमरे को किराये पर लेकर एक 42 वर्षीय युवक बीते एक डेढ़ साल से रह रहा था। वह शहर के मोहल्ला स्थित रमा सुपर फैसिलिटी अस्पताल में स्पीपर का बतौर काम करता था। मंगलवार की दोपहर को उक्त कमरे का दरवाजा तोड़कर पुलिस ने स्वीपर का शव बरामद किया था। शव काफी क्षत-विक्षप्त हो जाने से उसकी मौत कैसे हुई यह स्पष्ट नहीं हो सका था। मौत का कारण जानने के लिए पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। वहीं पूछे जाने पर लोगों ने बताया कि मृत युवक अपना नाम पप्पू व अपने को मध्य प्रदेश के जबलपुर का निवासी बताया था। उसका वास्तविक नाम व सही पता जानने के लिए पुलिस ने मकान मालिक व अस्पताल संचालक से पूछताछ की तो पता चला कि बगैर आईडी प्रूफ के ही उसे मकान व नौकरी दोनों मिल गई थी। मृत युवक कौन व कहां का निवासी था। यह घटना के तीन दिन बाद भी पुलिस जानकारी हासिल नहीं कर सकी। इधर पोस्टमार्टम के बाद भी उसके मौत का कारण ज्ञात नहीं हो सका। डाक्टर ने पोस्टमार्टम के बाद बिसरा को प्रिजर्व कर दिया। सिधारी थानाध्यक्ष नागेश उपाध्याय का कहना है कि बिसरा को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है

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