वोल्टेज की अधूरी डोज, हाफ रहे पंखे, ढिबरी बने बल्ब

कमलेश कुमार

अदरी(मऊ) वोल्टेज की अधूरी डोज से पंखे हाफ रहे हैं तो बल्ब ढिबरी की तरह जल रहे हैं। यही सच्चाई है ग्रामीण इलाकों के कई दर्जनो गावो की दिन में किसी तरह काम चल जा रहा है लेकिन शाम होने से पहले ही बिजली कम होने लगती है। जैसे-जैसे शाम ढलती जाती है बिजली रहने के बाद भी घर में अंधेरा होना शुरू हो जाता है पंखे इतनी धीमी गति से चलते हैं।

पंखे इतनी धीमी गति से चलते है कि हवा का नामोनिशान नहीं होता है। टुल्लू पंखे चलते ही नहीं है, फ्रीज टीवी वाशिंग मशीन सब कुछ बंद करना पड़ता है। गांव पवनी, लखनी मुबारकपुर, रईसा, कसारा, इंदारा आदि ग्रामीण इलाकों में तो बोल्टेज की समस्या पैदा हो गई है। गांव में उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ती जा रही है। कनेक्शन पर लोड के अनुसार ट्रांसफार्मरों की संख्या भी होनी चाहिए लेकिन जगह ना मिलने के कारण पर्याप्त ट्रांसफार्मर नहीं लग पा रहे हैं। सेमरी जमालपुर उपकेंद्र से जुड़े पवनी, लखनी मुबारकपुर, बैरसी, रईसा, कसारा,इंदारा एक दर्जनों गांव में लो वोल्टेज की समस्या ने हैरान कर रखा है। सुबह शाम को हाल याहू जाती है कि ना तो पंखा चलता है और ना ही एलईडी जलती है। शिकायत करते करते उपभोक्ता परेशान हैं। पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। कई उपभोक्ताओं ने स्टेबिलाइजर भी लगवा लिया पर कोई फायदा नहीं है। नॉर्मल इलाके के कई गावो में काफी दिनों से लो वोल्टेज की दिक्कत है। कभी-कभी इलाके में हाईवोल्टेज भी हो जा रहा है। यही हाल है पवनी का भी है यह उपभोक्ताओं परेशान हैं। बिजली रहने और ना रहने का कोई मतलब नहीं है। अफसरों के पास दौड़ दौड़कर उपभोक्ता त्रस्त हो चुके हैं पर समस्या का निदान नहीं कराया जा रहा है। इस बाबत विपुल पाण्डेय, अभिषेक यादव, संतोष कुमार, रवि कुमार, हरिनारायण सिंह, पवन यादव, दयाशंकर पाण्डेय, जुगनू राय, अनूप राय आदि लोगो ने विभागीय उच्चाअधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया है।

हमारी निष्पक्ष पत्रकारिता को कॉर्पोरेट के दबाव से मुक्त रखने के लिए आप आर्थिक सहयोग यदि करना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें


Welcome to the emerging digital Banaras First : Omni Chanel-E Commerce Sale पापा हैं तो होइए जायेगा..

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *