अरे प्रधान जी, इस प्राथमिक विद्यालय का शौचालय तो सही करवा दे,
संजय ठाकुर
मधुबन/मऊ : शिक्षा क्षेत्र फ़तह पुर मंडाव अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय ढ़िलई फ़िरोज़पुर पर बना शौचालय कि स्थिति बद से बत्तर बनी हुई है।प्राधान्यापिका व अभिभावकों के बार बार लिखित शिकायत के बाद भी न तो प्रधान ध्यान देरहा है।न ही विभाग के लोग इस तरफ नज़रेइनायत कर रहे है जिसको लेकर अभिभावकों व ग्रामीणों में रोष ब्यप्त है।
क्षेत्र स्थित प्रायमरी पाठशाला ढिलई फिरोजपुर में 112 बच्चो का नाम पंजिकृत है विधालय में बने दो शौचालय कि स्थिति जर्जर व दयनिय बनी हुई है।शौचालय के इर्द गिर्द बड़ी बड़ी घासे व गंदगी का अम्बार लगने के साथ दरवाजे भी टुटे फूटे हुए है जिसके चलते विधालय आने वाले छात्र छात्राएं में जाने से गुरेज करते है शौचालय कि इस दुर्व्यवस्था को देख अभिभावक बाबर उस्मान, सालिम, बदरू कुरैसी, हरिंद्र, रेहान उस्मानी आदि अपने बच्चों का दाख़िल किसी अन्य विधालयो में कराने को सोच रहे है वही प्रधान्यापिका तबस्सुम ने बताया कि इस कि लिखित शिकायत प्रधान व विभाग से कई बार किया गया जो धाक के तीन पात साबित हुआ इस बाबत जब खंड शिक्षा अधिकारी पंकज सिंह से बात किया गया तो उन्होंने कहा शौचालय मरम्मत हेतु धन आता है बावजुद इस के मरम्मत नही हुआ तो जाँच कराकर सम्बंधित के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई किया जाएगा।
अब अगर खंड शिक्षा अधिकारी की बात सही है तो प्रधान जी फिर आवंटित धन क्या हुआ ? कही शौचालय में शौच के अलावा कुछ सोच तो नहीं हो गई है ? साहब याद रखिये जब खायेगा तो जायेगा. और जनता अगर उसमे दिक्कत महसूस करती है तो जनता का क्रोध जाग उठेगा, वैसे तो आप स्वयं को पढ़ा लिखा और खूब काबिल बताते है तो साहब आपको बताने की आवश्यकता नहीं है कि जब जनता का क्रोध जागता है तो क्या होता है. फिर भी अगर आवश्यकता हो तो वैसे भी पढ़े लिखे है एक कहावत है उसका पूरा मतलब और परिस्थिति पढ़ लीजियेगा, कि घोड़े पर हौद, हाथी पर जीन, ऐसे भागा वारेन हेस्टिग. बकिया आप मालिक है पुरे गाव के खुद समझदार है. बस साहब इस शौचालय का निर्माण करवा दीजिये.