फिलिस्तीन की स्थिति से ज़ाहिर होता है कि इलाके के अरब देश अमरीका पर कितने निर्भर है
आदिल अहमद
इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेश मंत्री मुहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने कहा कि कुछ अरब देश ज़ायोनी शासन और अमरीका की आवाज़ में आवाज़ मिलाने लगे हैं और इस्लामी जगत के हितों से बहुत दूर चले गए हैं।
मुहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने जो ओआईसी की अपात बैठक में भाग लेने के लिए तुर्की के शहर इस्तांबूल गए हैं इर्ना से बातचीत में कहा कि फ़िलिस्तीन की वर्तमान स्थिति यह ज़ाहिर करती है कि क्षेत्र के अरब देश किस तरह अमरीका पर निर्भर हो गए हैं।
जवाद ज़रीफ़ ने कहा कि खेद की बात है कि इलाक़े के कुछ अरब देश फ़िलिस्तीनी जनता के अधिकारों का समर्थन करने और अमरीका तथा ज़ायोनी शासन के अपराधों के ख़िलाफ़ संघर्ष के बजाए हिज़्बुल्लाह आंदोलन को आतंकी संगठनों की सूचि में शामिल करते हैं जिसने अपने संघर्ष से ज़ायोनी शासन के चंगुल से कई क्षेत्रों से आज़ाद करवाया है।
विदेश मंत्री ज़रीफ़ ने कहा कि कुछ अरब देशों में विरोध की जो आवाज़ उठी है उससे पता चलता है कि अमरीका और ज़ायोनी शासन की हरकत के ख़िलाफ़ अरब और इस्लामी जगत एकजुट है और मुट्ठी भर पिट्ठू देश डेढ़ अरब से अधिक मुसलमानों के प्रतिनिधि नहीं हो सकते।
फ़िलिस्तीन के हालात तथा ज़ायोनी शासन के अपराधों और अमरीकी दूतावास तेल अबीब से बैतुल मुक़द्दस स्थानान्तरित करने के मुद्दों पर चर्चा के लिए तुर्की के शहर इस्तांबूल में आयोजित हुआ है।