मरीज़ एम्बुलेंस में तड़पता रहा और नहीं दिया रास्ता भाजपा सांसद के काफिले ने.
फारुख हुसैन
लखीमपुर खीरी. दोबारा कमल खिलाने के लिए जहां भाजपा का शीर्ष नेतृत्व दिल्ली में गहन मंथन कर रहा था वही लखीमपुर खीरी में धौराहरा से भाजपा सांसद श्रीमती रेखा अरुण वर्मा द्वारा किया गया कृत्य भाजपा की छवि ही नहीं मानवता को भी शर्मसार कर गया मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सांसद महोदय भले ही सफाई दे रही हो लेकिन संवेदनहीनता क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है
प्रधानमंत्री मोदी की लाख हिदायतों के बावजूद उनके सांसद कोई नसीहत लेने को तैयार नहीं है ताजा मामला लखीमपुर खीरी की धौरहरा सांसद रेखा वर्मा से जुड़ा है दरअसल मोहम्मदी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सांसद रेखा वर्मा की मनमानी साफ तौर पर सामने आई यहां सांसद रेखा वर्मा अपने गाड़ियों के काफिले के साथ अस्पताल परिसर में पहुंची थीं कि इसी दौरान रक्तस्राव से पीड़ित गंभीर मरीज को लेकर आई एक 108 एंबुलेंस उनके काफिले के पीछे जाम में फस गई। जगह न मिलने की वजह से एंबुलेंस 15 मिनट तक सायरन बजाती रही और मरीज एंबुलेंस में तड़पता रहा। 15 मिनट बाद सांसद बाहर निकली और उनका काफिला अस्पताल परिसर से बाहर आया तब जाकर एंबुलेंस अस्पताल के अंदर दाखिल हो पाई और लगातार रक्तस्राव से पीड़ित मरीज को इलाज मिल पाया
सांसद रेखा वर्मा का कहना है कि वह मुश्किल से 2 मिनट अस्पताल में रुकी होंगी लेकिन एंबुलेंस चालक की माने तो वह एंबुलेंस लेकर 15 मिनट तक काफिले की जाम में फसा रहा फिलहाल कहना मुश्किल है ऐसे सांसदों की मनमानी कब थमेगी. सांसद महोदया शायद यह भूल गई है कि इसी जनता ने इनको फर्श से लेकर अर्श तक पहुंचाया और आज वही जनता जब दर्द से कराह रही थी तो उसका दर्द में साथ देना ना सही पर दर्द में रोड़ा तो नहीं बनना चाहिए था
आपको बता दें सांसद महोदय अपनी कार्यशैली को लेकर हमेशा सुर्खियों में रही हैं चाहे वह उल्टा तिरंगा थामना हो या महोली विधानसभा के एक कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं पर चप्पल निकालना हो फिलहाल सांसद महोदय का यह कृत्य क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ ऐसे में सवाल या है क्या ऐसे ही सांसदों के दम पर बीजेपी पुनः सत्ता में वापसी का सपना सच हो रहा है ।