मनु तपस्या का हुआ मंचन
कमलेश कुमार
अदरी(मऊ). इंदारा ऐतिहासिक रामलीला कमेटी के तत्वाधान में सोमवार की रात रेलवे परिसर में रामलीला में मनु तपस्या का मंचन किया गया। लीला का मंचन प्रभु राम की आरती के पश्चात व्यास जी के दोहे से प्रारंभ हुआ।
इस दौरान रामलीला के मंचन में तपस्या के लिए वन कि ओर गए मनु को मनाने के लिए ब्रह्मा जी, विष्णु जी, शंकर जी प्रकट होकर उनसे वरदान मांगने को कहते हैं पर मनु शांत रहते हैं। ध्वनि और प्रकाश के उत्कृष्ट संयोजन के बीच प्रभु श्रीराम जी प्रकट होते हैं जिनको देख दर्शक तालियों से उनका स्वागत करते हैं। मनु अपनी आंखे खोलते हैं और प्रभु श्रीराम से कहते हैं कि ‘प्रभु मैं आपके दर्शन के लिए तपस्या कर रहा हूं।
आप जैसा पुत्र मेरे घर में हो ये वरदान मांगता हूं’ सौम्यता से उत्तर देते हुए मुस्कान संग प्रभु श्रीराम कहते हैं कि ‘मैं अपने जैसा कैसे ढूंढूंगा मैं स्वयं ही चारों अंशों सहित आपके गृह में जन्म लूंगा’ मनु और प्रभु श्रीराम के बीच के संवादों को सुन दर्शक भावविभोर हो गए। जिसको देख दर्शकों ने मंच पर लीलाओं को देख कलाकरों का उत्साहवर्धन तालियों संग किया। लीला देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में लीला प्रेमी मौजूद थे। मंचन करने वाले कलाकारों में अशोक शर्मा महाराज मनू, धीरू तिवारी सतरूपा, अमीत गुरू वेद व्ययास, सुनील तिवारी कमेडी, श्याम सुन्दर
ललित मिश्रा अखिलेश श्रीनिवास आदि शामिल रहे।