भाजपा की बढ़ी अमरोहा में मुश्किलें, गुस्से में किसान, लगाया गाव के बाहर यह बोर्ड
साभार – सरफ़राज़ अहमद
अमरोहा। उत्तर प्रदेश के अमरोहा में किसानों ने बीजेपी नेताओं के गांव में घुसने पर रोक लगा दी है। गांव के बाहर एक चेतावनी भरा बोर्ड लगाया है, जिस पर लिखा है कि बीजेपी वालों का इस गांव में आना सख्त मना है। दरअसल, किसान क्रांति यात्रा हरिद्वार से दिल्ली तक निकाली गई थी। जिसमें किसानों पर दिल्ली में लाठी चार्ज की गई थी। इस बात से नाराज रसूलपुर माफी के लोगों ने बीजेपी नेताओं को अपने जोखिम पर गांव में घुसने की चेतावनी दी है। इससे बीजेपी में बैचेनी है।
किसान क्रांति यात्रा के दौरान हरिद्वार से दिल्ली तक निकले लाखों किसानों को गाजियाबाद में दिल्ली गेट पर ही रोक दिया गया था। इतना ही नहीं किसनों पर लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले दागे, पानी की बौछार की गई। अब इस आंदोलन की आंच गांवों तक पहुंच गई है। अमरोहा जनपद के गांव रसूलपुर माफी में किसानों ने भाजपा नेताओं के गांव में घुसने पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही चेतवानी भरा बोर्ड भी लगा दिया है। जिसके बाद भाजपा खेमे में हडकंप मच गया है।
बोर्ड पर लिखा है कि, ‘किसान एकता जिंदाबाद। बीजेपी वालों का गांव में आना सख्त मना है। जान माल की स्वयं रक्षा करें। सौजन्य से किसान एकता, रसूलपुर माफ़ी, अमरोहा.’। गांव में इस बोर्ड के लगने से स्थानीय भाजपा के साथ ही पुलिस प्रशासनिक खेमे में भी हड़कंप मच गया है। किसानों पर हमले से नाराज स्थानीय किसान धर्मपाल ने बताया कि वे किसान क्रांति यात्रा में गए थे, उन्हें और हजारों किसानों को दिल्ली में नहीं जाने दिया गया। यहीं नहीं बेगुनाह और निहत्थे किसानों पर लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े गए, जिसमें कई लोग घायल हुए।
इस प्रदर्शन में खुद धर्मपाल भी घायल हुए। उन्होंने कहा कि किसानों की बात का दिखावा करने वाली भाजपा सरकार अब उन्हें बिलकुल बर्दाश्त नहीं है। किसानों की इस तरह सार्वजनिक नाराजगी ने स्थानीय भाजपा नेताओं के साथ हाई कमान की भी बेचैनी बढ़ा दी है। क्यूंकि लोकसभा चुनावों में विपक्षी पार्टियों का मुकाबला करने से ज्यादा भाजपा से अगर इस तरह के समुदाय नाराज हो गए तो हालात मुश्किल भरे हो जायेंगे।