दो रुपयो में खरीदना था एक डॉलर, अब रुपया हुआ आज़ादी के बाद सबसे कमज़ोर
अनिल आज़मी
दिल्ली :- दो रुपयों में एक डॉलर खरीदने का सपना दिखाने वाली वर्तमान सत्ता में बैठी भाजपा सरकार के राज में आज डॉलर के मुकाबले रुपया कमज़ोर होते होते अब जर्जर स्थिति में पहुच रहा है. आज डॉलर के मुकाबले रुपया अपने इतिहास में सबसे निचले स्तर तक पहुच चूका है. डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। डॉलर के मुकाबले रुपया गिरावट के नए रेकॉर्ड बना रहा है। शुक्रवार को पहली बार रुपया 74 प्रति डॉलर के स्तर से नीचे आ गया। यह रुपये का अब तक का निम्नतम स्तर है। इस बीच रिजर्व बैंक के गवर्नर ऊर्जित पटेल ने कहा है कि अन्य उभरते बाजारों की मुद्राओं की तुलना में रुपये की गिरावट कम है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समीक्षा आने से पहले शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया छह पैसे की मजबूती के साथ 73.52 पर खुला था। गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 24 पैसे यानी 0.33% टूटकर 73.58 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ था।
रुपये में गिरावट की वजह से तेल आयात समेत आयात का बिल भी बढ़ रहा है। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी इस पर चिंता जताते हुए स्वीकार कर चुके हैं कि भारत आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। उन्होंने 2 टीवी चैनलों से बातचीत में कहा था कि तेल के बहुत ज्यादा आयात और रुपये में लगातार गिरावट की वजह से देश आर्थिक संकट का सामना कर रहा है।