यमन, सऊदी एजेंटो के ठिकानों पर सेना ड्रोन और तोपखाने के हमले
आदिल अहमद
यमनी सेना और स्वयं सेवी बलों की ड्रोन और तोपख़ाना यूनिट ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए पश्चिमी तट के दुरैहमी क्षेत्र में सऊदी हमलावरों के ठिकानों पर कार्यवाही जिसमें बड़ी संख्या में एजेन्ट मारे गये और घायल हुए।
अलमसीरा टीवी चैनल की रिपोर्ट के अनुसार यमनी सेना और स्वयं सेवी बलों की इंजीनियरिंग यूनिट ने सऊदी गठबंधन की एक गाड़ी को पश्चिमी तहीता क्षेत्र में बम से उड़ा दिया जिसमें सवार कई एजेन्ट मारे गये।
यमनी सेना और स्वयं सेवी बलों ने इसी प्रकार पश्चिमी तट में स्थित हीस के पश्चिम में सऊदी गठबंधन के एजेन्टों की प्रगति रोक दी है।
इसी मध्य यमनी सेना और स्वयं सेवी बलों ने पश्चिमी तट के 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सऊदी एजेन्टों के ठिकानों पर हमला किया जिसमें कई सऊदी एजेन्ट मारे गये और घायल हुए।
गत 13 जून से सऊदी अरब ने यमन के अलहुदैदा बंदरगाह पर क़ब्ज़े का प्रयास आरंभ कर दिया है क्योंकि यह बंदरगाह यमन में खाद्य सामाग्री और दवा पहुंचाने का एक मात्र मार्ग है।
सऊदी अरब की घेराबंदी और हमलों की वजह से यमन में मानव त्रासदी उत्पन्न हो गयी है और कुपोषण और भुखमरी से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
ऊदी अरब ने 26 मार्च से यमन पर हमले के साथ साथ इस देश की ज़मीनी, हवाई और समुद्री नाकाबंदी कर रखी है।
यमन पर सऊदी अरब के हमलों में अब तक 14000 से ज़्यादा यमनी नागरिक हताहत, दसियों हज़ार घायल और दसियों लाख बेघर हुए हैं।
सऊदी अरब के अतिक्रमण के नतीजे में यमन को खाद्य और दवाओं के गंभीर संकट का सामना है।
सऊदी अरब और उसके घटक यमन पर व्यापक स्तर पर हमले के बावजूद, यमनी जनता के प्रतिरोध की वजह से अपना लक्ष्य नहीं साध पाए हैं।