जारी है पुलिसकर्मियों का विरोध, फिर बंधी काली पट्टी, कहा पुलिस लाइन से लेकर जेल तक भर देंगे
शाहरुख़ खान
लखनऊ. विवेक तिवारी हत्याकांड के आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी के समर्थन में कैंपेन चलाने वाले सिपाही सर्वेश को निलंबित करने के बाद भी अन्य सिपाही डरे नहीं है। डीजीपी के आदेशों को ताक पर रखते हुए लखनऊ के कुछ सिपाहियों ने शुक्रवार को काली पट्टी बांधकर विरोध किया। इतना ही नहीं उन्होंने चेतावनी दी कि निलंबन के विरोध में वह जेल भर देंगे। इन सबके बीच शाम को डीजीपी ओपी सिंह के आदेश पर चिन्हित किये गए तीन सिपाहियों को विरोध करने पर सस्पेंड कर दिया गया। जबकि तीन थाना प्रभारी जिनके यहां विरोध प्रदर्शन हुआ उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया। जिसमे गुडंबा, अलीगंज और नाका थाना शामिल हैं।
पिछले कई दिनों से कई पुलिस जवान सोशल मीडिया पर कैंपेन चला रहे थे। 5 अक्टूबर को सिपाहियों ने काली पट्टी बांध कर ब्लैक डे मनाने का भी निर्णय लिया था, लेकिन एक दिन पहले ही डीजीपी ओपी सिंह ने फरमान जारी किया कि अगर विरोध हुआ तो कार्रवाई की जाएगी, लेकिन प्रदेश की राजधानी लखनऊ से ही सिपाहियों ने विद्रोह का बिगुल फूंक दिया। यहां कई थानों में हाथ पर काली पट्टी बांध कर सिपाहियों ने अपना विरोध दर्ज कराया है।
सिपाही के साथ दरोगा भी रहे प्रदर्शन में शामिल:
इंडिया के टाप थ्री थानों में आने वाले गुडंबा थाने के पुलिसकर्मी आरोपी प्रशांत चौधरी व संदीप के पक्ष में लामबंद होकर काली पट्टी बांध कर शुक्रवार को ब्लैक डे मनाया। सादा कपडों में विरोध जता रहे दरोगा प्रमोद कुमार ने कहा, जिसके दिल में जिगरा नहीं है, वो पुलिस विभाग में रह कर नपुंसक हैं। पुलिसकर्मियों ने कहा हमें सस्पेंड होने से डर नहीं लगता। कितने इंस्पेक्टर, सब-इंस्पेक्टरों व कांस्टेबलों को सस्पेंड करेंगे। हम लोग पुलिस लाइन व जेल को भर देंगें। गुडंबा के अलावा अलीगंज, नाका थाने पर भी सिपाहियों ने काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जताया है।
क्या कहा डीजीपी ने :
डीजीपी ओपी सिंह की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि पुलिस ढाई लाख जवानों का बल है। कुछ सिपाहियों द्वारा विरोध करना उसे विद्रोह नहीं कहते। जिन्होंने इस तरह की तस्वीरें सोशल मीडिया में डाली हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।