प्रयागराज के कुंभ मेला क्षेत्र में बनाया गया पांटून पुल धंसा, आवागमन बाधित
तारिक खान
प्रयागराज, । आखिर हुआ वही, जिसका अंदेशा था। कुंभ मेला अभी शुरू नहीं हुआ, पांटून पुलों में ठीक से आवागमन आरंभ हुए बगैर उसमें खराबी सामने आने लगी। रविवार को महावीर वापसी मार्ग पर बने पांटून पुल के चार पीपे धंस गए। इसके चलते पुल टेढ़ा हो गया। आवागमन रोककर घंटों मशक्कत करके पीपा के नीचे बालू की बोरी भरकर ऊपर उठाया गया। फिर पुल ठीक करके आवागमन शुरू कराया गया। इसके चलते दोपहर डेढ से तीन बजे तक उक्त मार्ग पर आवागमन बाधित रहा। उल्लेखनीय है कि पुल के पीपे बनाने के समय से लेकर पुल की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
श्रद्धालुओं के पांव घायल करेंगी चकर्ड प्लेटें
शासन का दावा है कुंभ मेला में श्रद्धालुओं को उत्कृष्ट सुविधा मिलेगी। हर विभाग अपना सर्वश्रेष्ठ काम कराएगा। हकीकत में वैसा कुछ नही है। अधिकतर विभाग सुविधा के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रहे हैं। देखा जाए तो लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की व्यवस्था सबसे दयनीय है। पीडब्ल्यूडी का काम काफी पिछड़ा है, जो हो रहा है उसमें गुणवत्ता का अभाव है। मेला क्षेत्र रेत पर बिछ रही चकर्डप्लेटों को ही लें। अखाड़ा नगर यानी सेक्टर 16, महामंडलेश्वर नगर सेक्टर 14 को छोड़ दिया जाए तो पूरे मेला क्षेत्र की दशा खराब है। हर जगह चकर्डप्लेट बिछाने के नाम पर खानापूर्ति हुई है।
जंग लगी चकर्ड प्लेटें पड़ी हैं
अक्षयवट, महावीर, त्रिवेणी मार्ग, दंडी स्वामीनगर, सेक्टर पांच पर बिछी अधिकतर चकर्ड प्लेटों में जंग लगा है, वह भी बिना क्लैंप के पड़ी हैं। वहीं महावीर मार्ग पर बना पीपा पुल में बिछी चकर्ड प्लेट भी बिना क्लैंप के पड़ी हैं। कुंभ मेला में अधिकतर श्रद्धालु पैदल और नंगे पांव आते हैं, जिससे इन चकर्ड प्लेटों से उनके चुटहिल होने का खतरा बढ़ गया है। फिर भी अधिकारियों का ध्यान उस ओर नहीं जा रहा है।
कहते हैं अधिकारी
लोनिवि निर्माण, खंड चार के अधिशासी अभियंता विपिन पचौरिया कहते हैं कि चकर्ड प्लेटों में क्लैंप लगाने का काम चल रहा है। दो-तीन दिनों में यह काम पूरा हो जाएगा। रही बात टूटी और जंग लगी चकर्ड प्लेटों का तो उन्हें नहीं बिछाया गया है।