दलित संगठन ने लगाया पोस्टर तो प्रशासन की उडी नींद, पोस्टर में कहा विजेथुआ धाम हमारा है,हम कब्ज़ा कर लेंगे
हरिशंकर सोनी
सुल्तानपुर कादीपुर – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा चुनावी सभा के दौरान जबसे हनुमान को दलित बताया गया है, तब से दलित समाज प्रमुख हनुमान मंदिरों पर कब्जा करने की होड़ मचा रखी है। दलितों के द्वारा हनुमान मंदिरों पर कब्जे की खबरें लगातार आ रही हैं। सुल्तानपुर जिले में लगे पोस्टरों से हड़कंप मचा हुआ है। दीवारों पर चस्पा इन पोस्टों में साफ लिखा है कि दलित समाज जिले के पौराणिक स्थल महावीरन बिजेथुआ धाम में 11 दिसंबर को अपने कब्जे में लेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ योगी द्वारा हनुमान जी को दलित बताने वाले बयान के बाद से सुल्तानपुर जनपद की राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचा रखा है। दलितों के द्वारा लगाए गए जिले भर में पोस्टरों पर ब्राह्मणों का प्रवेश वर्जित है लिखकर प्रशासन को चैलेंज किया है। दलितों के इस ऐलान से सुल्तानपुर प्रशासन में हड़कंप मच गया है। पोस्टर चमार महासभा का बताया जा रहा है। हालांकि महासभा के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार गौतम ने इस मामले पर कुछ भी बोलने से किनारा कर लिया। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यों से उनका कोई लेना देना नहीं है। जारी पोस्टर में कहा गया है की दलित अधिक से अधिक संख्या में इकट्ठा होकर बिजेथुआ महावीरन धाम को अपने कब्जे में ले लेंगे।
अब देखना यह होगा कि चमार सभा के द्वारा लोगों को अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर अगर बिजेथुआ महावीरन धाम पर दलितों का कब्जा होता है, तो निश्चित रूप से प्रशासन की नाकामी को कहा जा सकता है। पोस्टर में साफ़ साफ़ लिखा है कि ब्राह्मणों का प्रवेश वर्जित है।
क्षेत्राधिकारी कादीपुर डीपी शुक्ला ने बताया है कि प्रशासन सतर्क है और इस प्रकार की गतिविधि करने वाले किसी भी व्यक्ति को मंदिर परिसर के पास फटकने नहीं दिया जाएगा। मामले में ईओ कादीपुर डीपी शुक्ला ने कहा कि पोस्टर लगाने की बात संज्ञान में आई है जांच कराई जा रही है। प्रशासन सतर्क है पुलिस को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। तनाव जैसी स्थिति नहीं है। वहीं पर बिजेथुवा मंदिर के पुजारी के द्वारा अज्ञात के खिलाफ कादीपुर कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है।