प्रभु राम के जन्मोत्सव के कथा की अमृतवर्षा से अंतःकरण तक सराबोर हुए उपस्थित श्रोता
विकास राय
गाजीपुर. श्रीराम कथा यज्ञ के तीसरे दिन कथावाचक परम् पूज्य स्वामी प्रेम भूषण जी महाराज ने भगवान राम के जन्मोत्सव का सुंदर वर्णन किया। कथा प्रारम्भ होने से पूर्व स्वामी प्रेम भूषण जी महाराज के आसन पर पहुंचने के बाद इस आयोजन के यजमान विंध्यांचल सिंह एवं श्रीमती तेतरी सिंह (माता पिता श्री दयाशंकर सिंह), दयाशंकर सिंह, विशेष यजमान जिलाधिकारी बलिया भवानी सिंह खंगारौत, लक्ष्मण सिंह, पीएन सिंह पूर्व प्रधानाचार्य, सत्येंद्र नाथ पांडेय, ईश्वर दयाल मिश्र, नारद सिंह, विजयानन्द मिश्र, ए के सिंह, ईश्वरन श्री सीए ने भगवान भोलेनाथ, भगवान श्रीराम को सपरिवार पूजन अर्चन किया।
आज के विशेष यजमान जिलाधिकारी बलिया खंगारौत ने अपने संबोधन में जहां इस पवित्र आयोजन के लिये आयोजक दयाशंकर सिंह का आभार व्यक्त किया वही ऐसे आयोजनों में सम्मिलित होने को एक सौभाग्य करार दिया। कहा आज के भौतिक युग मे जहां लोगो को दो पल की शांति भी मयस्सर होनी बड़ी बात है , ऐसे माहौल में श्री गुरु जी महाराज के श्री मुख से श्रीराम कथा का श्रवण करना परम् सौभाग्य और पुण्य का काम है।
ऐसे आयोजनों से जहां अपने महापुरुषों और धार्मिक अनुष्ठानों को जानने और समझने का मौका मिलता है वही यहां से मिली सीख को आत्मसात करने से निज जीवन और पारिवारिक जीवन मे समरसता और पवित्रता के साथ सफलता मिलती है । आज के इस भागदौड़ भरी जिंदगी में दो पल ही ही भगवत शरण मे रहना परम् सौभाग्य की बात है। मैं यहां उपस्थित सभी भक्तजनों को नमन करता हूँ और कामना करता हूँ कि ईश्वर आप सबकी मनोकामनाएं पूर्ण करें। मैं एक बार फिर दयाशंकर सिंह जी को मुझे इस पवित्र कार्यक्रम में बुलाने, बलिया की मानस प्रेमी जनता को श्रीराम कथा का श्रवण कराने के लिये धन्यवाद देते हुए गुरुवर श्री प्रेम भूषण जी महाराज के श्री चरणों मे नमन करते हुए अपनी वाणी को विराम देता हूँ।